केदारनाथ में आपदा के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 480 लोग हेलिकॉप्टर से और 1500 पैदल निकाले गए सुरक्षित
केदारनाथ धाम और पैदल मार्ग पर आई विपदा के बीच बचाव कार्य जारी है। अपनों को तलाश में लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन यहां का हाल भयभीत करने वाला है। कई यात्री घायल हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है। रेस्क्यू का आज दूसरा दिन है और आज दूसरे दिन अभी तक 480 को लोगों का हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया है, जबकि 1500 यात्रियों को पैदल मार्ग से सुरक्षित लाया गया है। केदारनाथ में बादल फटने की घटना की खबर मिलते ही लोग अपने परिजनों के लिए चिंतित हो उठे। नेटवर्क की समस्या के कारण फोन न मिलने पर उनकी बेचैनी बढ़ गई।
सीएम धामी ने प्रदेश के आपदाग्रस्त क्षेत्रों में भारतीय वायु सेना द्वारा एचएडीआर (ह्यूमैनिटेरियन असिस्टेंट एंड डिजास्टर रिलीफ) ऑपरेशन शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री व केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आभार जताया।
भारतीय वायु सेना द्वारा चिनूक और Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर को गौचर में तैनात किया गया है। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आई है। सीएम ने कहा कि जवानों द्वारा युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। अभी तक 5000 से अधिक लोगों को सकुशल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है।
वहीं केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से फोन पर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर आई आपदा की जानकारी ली। उन्होंने श्रद्धालुओं और प्रदेशवासियों की सुरक्षा के लिए हर संभव सहायता का दिलासा दिया।
उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया, पूरे प्रदेश में मौसम ठीक है, कहीं भी भारी बारिश नहीं हो रही है। आज और कल उत्तरकाशी में हल्की बारिश हो सकती है।
गौरीकुंड और केदारनाथ के बीच यातायात प्रभावित हुआ है, बाकी सभी रास्ते खुले हैं। केदारनाथ में सभी लोग सुरक्षित हैं।
लिनचोली और भीमबली में करीब 500 लोग हैं, जिन्हें निकालने का काम जारी है। चार हेलिकॉप्टर रेस्क्यू में लगे हैं।
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि आज हमें भारत सरकार से एक MI17 हेलिकॉप्टर और एक चिनूक हेलिकॉप्टर मिला है। MI-17 हेलिकॉप्टर ने केदारनाथ से 15 लोगों को निकाला लेकिन फिर बादलों के कारण हेली बचाव बाधित हो गया।
बताया कि हमारा प्रयास है कि बादल छंटने पर आज शुक्रवार को ही लोगों को निकाल लिया जाएगा। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ जिला प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। इसी के चलते उन्होंने कहा कि केदारनाथ मार्ग पर किसी के दबे होने की सूचना नहीं है, अफवाहों पर ध्यान न दें।
भाजपा कार्यकर्ताओं को भी आपदा प्रभावितों की मदद करने के निर्देश दिए गए हैं। दस प्रदेश अध्यक्षों ने पार्टी पदाधिकारियों को शासन-प्रशासन के समन्वय से राहत पहुंचाने को कहा है। वहीं राहुल गांधी के निर्देश पर कांग्रेस ने केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा रोकी और पार्टी नेता और कार्यकर्ता आपदा प्रभावितों की मदद में जुट गए।