शेयर मार्केट में निवेश का झांसा देकर व्यक्ति से 1.17 करोड़ की साइबर ठगी
देहरादून (जाखन): साइबर ठगों ने शेयर बाजार में मुनाफे का लालच देकर एक स्थानीय निवासी से 1.17 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। आरोपियों ने खुद को एक नामी निवेश कंपनी का प्रतिनिधि बताया और एक मोबाइल एप के जरिए निवेश कर मुनाफा भी दिखाया। जब पीड़ित ने अपनी रकम वापस लेनी चाही, तो उसे नए-नए बहाने बनाकर और अधिक धन जमा कराने के लिए कहा गया। शक होने पर पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
व्हाट्सएप ग्रुप से हुई शुरुआत
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों पहले उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था, जिसमें कई लोग एडमिन के रूप में सक्रिय भी थे। ये सभी खुद को ‘आस्क इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स लिमिटेड’ के प्रतिनिधि भी बता रहे थे और शेयर बाजार में निवेश के विश्लेषक होने का दावा भी कर रहे थे।
ग्रुप में कई शेयरों के लाभ के दावे किए जा रहे थे, साथ ही लोगों की कथित कमाई के स्क्रीनशॉट भी साझा किए गए। इससे प्रभावित होकर पीड़ित ने भी निवेश में रुचि दिखाई। इसके बाद ग्रुप की एक एडमिन, प्रिया शर्मा नाम की महिला, ने उसे ‘AskICPro’ नामक एप डाउनलोड करने के लिए भी कहा।
शुरुआती मुनाफे का लालच बना बड़ा नुकसान
पीड़ित ने 17 मार्च को अपनी पत्नी के खाते से एप में दिए गए बैंक खाते में 50,000 रुपये जमा किए, जिससे कुछ शेयर खरीदे गए। एप पर कुछ ही देर में 10,000 रुपये का लाभ भी दिखाया गया, जिससे उसका भरोसा और बढ़ गया। इसके बाद उसने क्रमशः और निवेश करना शुरू कर दिया।
कई बार लाभ बढ़ता गया और एप पर उसे लाखों रुपये की कमाई भी दिखने लगी। लेकिन जब उसने पैसा निकालने की कोशिश की, तो शर्तें सामने आने लगीं—जैसे कि 5 लाख रुपये से कम का भुगतान नहीं किया जा सकता। धीरे-धीरे निवेश की सीमा और बढ़ा दी गई। अंततः उसने NEFT, RTGS और अन्य माध्यमों से 1.17 करोड़ रुपये तक की राशि एप से जुड़े खातों में जमा कर दी।
पुलिस कर रही जांच
सीओ साइबर, अंकुश मिश्रा ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच जारी है। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि अनजान निवेश ग्रुप्स और एप्स से सतर्क रहें और बिना जांच-पड़ताल के किसी भी लिंक या कॉल पर विश्वास न करें।