हार से तिलमिलाई कांग्रेस, पहले ईवीएम और अब मतदाता सूची पर फोड़ रही ठीकरा: चौहान

मतदाता सूची के अलावा मत भी जरूरी, कांग्रेस नेता ढूंढ रहे बचने का रास्ता

देहरादून: भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस उप चुनाव और निकाय चुनावों में मिली हार से तिलमिला गई है और अब हार के लिए बहाने तलाशने की कोशिश भी कर रही है। उन्होंने कांग्रेस द्वारा मतदाता सूची में गड़बड़ी संबंधी लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव प्रक्रिया व मतदाता सूची के संबंध में सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन निर्वाचन आयोग द्वारा किया जाता है, और सूची को बीएलओ के माध्यम से आयोग के दिशा-निर्देशन में तैयार भी किया जाता है।

चौहान ने कहा कि मतदाता सूची में जो गड़बड़ियां सामने आई हैं, उससे सिर्फ कांग्रेस नहीं, बल्कि भाजपा को भी नुकसान उठाना पड़ा है। हालांकि, भाजपा ने इसे सुधारने की उम्मीद जताई, जबकि कांग्रेस इसे भी ईवीएम की तरह दुष्प्रचारित कर खुद को पीड़ित दिखाने की कोशिश भी कर रही है।

उन्होंने कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी, टिकट बेचने और भीतरघात की ओर भी इशारा किया। चौहान ने कहा, “निकाय चुनावों में कांग्रेस के नेताओं के बीच गुटबाजी व विवाद खुलकर सामने आए हैं। हाल ही में कांग्रेस हाईकमान ने राज्य के नेताओं को तलब किया, और अब जमीनी हार से ध्यान हटाने के लिए कांग्रेस हार के कारणों पर मंथन करने में भी लगी हुई है। इसके लिए उसने वही पुराना राग शुरू कर दिया है, जो कि हास्यास्पद भी है।”

चौहान ने कांग्रेस को नसीहत दी कि केवल मतदाता सूची ही नहीं, बल्कि सही मत भी जरूरी है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को जन सरोकारों के मुद्दों पर विरोध करने की सजा जनता ने दी है और भविष्य में भी देगी। कांग्रेस का तुष्टिकरण की राजनीति से बाहर निकलने का समय आ चुका है। लव जिहाद, लैंड जिहाद, व यूसीसी का विरोध करने के साथ-साथ सांस्कृतिक संरक्षण और बदलती डेमोग्राफी के खिलाफ बने भू कानून को वह पचा नहीं पा रही है।”

आखिर में चौहान ने कहा, “कांग्रेस जब तक जनहित के मुद्दों पर खड़ी नहीं होगी, तब तक वह हार के लिए बहाने ही ढूंढती रहेगी। जनता उसकी असलियत को बेहतर भी जानती है।”