42वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना का स्‍टॉल लगाया गया

14 से 27 नवंबर तक नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 42वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) का स्‍टॉल लगया गया है। हॉल नंबर 5 (स्टॉल नंबर 8बी) में लगाए गए स्‍टॉल में आम जनता को इस परियोजना की उपयोगिता और विशेषताओं से अवगत कराया जा रहा है। लोगों को जन औषधि की सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं के बारे में जानकारी दी जा रही है।

सभी को सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से, भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत, जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए समर्पित आउटलेट खोले गए हैं जिन्हें जनऔषधि केंद्र के रूप में जाना जाता है।

सरकार ने प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना केंद्र की स्थापना और संचालन के लिए आवेदन करने के वास्‍ते फ्रेंचाइजी जैसे मॉडल और व्यक्तिगत उद्यमियों को भागीदार बनाया है।

इस वर्ष 31 अक्टूबर तक देशभर में 9998 जनऔषधि केंद्र कार्य कर रहे हैं। परियोजना के उत्पादों में 1965 दवाएं और 293 सर्जिकल उपकरण शामिल हैं जो खुदरा दुकानों पर उपलब्‍ध हैं। इनकी कीमत ब्रांडेड दवाओं की तुलना में 50से 90 प्रतिशत कम है ।