रिलायंस शोरूम लूट प्रकरण में दून पुलिस की बडी कामयाबी, घटना मे शामिल 02 लाख के ईनामी मुख्य अभियुक्त प्रिंस कुमार को ट्रांजिट रिमाण्ड पर लाया गया दून।

  • अभियुक्त का हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती के गम्भीर अपराधों में शामिल होने का है इतिहास।
  • अभियुक्त बिहार जेल से संचालित डकैती गिरोह का है मुख्य सदस्य।
  • सांगली महाराष्ट्र के रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई 14 करोड की डकैती प्रकरण में चल रहा है वांछित
  • प्रकरण में अब तक की 10 वीं गिरफ्तारी।

दिनांक: 09-11-23 को रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई डकैती प्रकरण में पुलिस टीम द्वारा 02 लाख के ईनामी मुख्य अभियुक्त प्रिंस को वैशाली बिहार से गिरफ्तार कर आज शनिवार को देहरादून पुलिस द्वारा ट्रांजिट रिमाण्ड पर देहरादून लाया गया है। पूछताछ के दौरान अभियुक्त प्रिंस कुमार द्वारा बताया गया कि बिहार जेल मे बंद अभियुक्त शशंक व सुबोध के कहने पर उसने अपने अन्य साथियों अभिषेक, विक्रम, राहुल व अविनाश के साथ दिनांक: 09-11-23 को रिलायंस शो रूम में डकैती की घटना को अजांम दिया।

घटना करने के लिए दिनांक: 31-10-23 को अभियुक्त प्रिंस अपनी गैंग के अन्य साथियों अभिषेक, विक्रम, राहुल व अविनाश के साथ बिहार से सहारनपुर आये। सहारनपुर में अभियुक्त प्रिंस व अभिषेक उतर गये व अन्य अभियुक्त अम्बाला चले गये थे। जिसके उपरान्त अभियुक्त अभिषेक के साथ आकर अनिल गेस्ट हाउस में रूका व अपने गैंग के अन्य साथियों से प्राप्त मोटर साइकिल व आर्टिगा कार के साथ दिनांक: 09-11-23 की सुबह रिलायंस शोरूम में घटना करने के पश्चात घटना में लूटी गई ज्वैलरी से भरे बैग को राहुल व अविनाश की मोटर साइकिल में रखवाकर पूर्व में रैकी कर निर्धारित किये गये रूट के रास्ते सहसपुर क्षेत्र में पहुंचे जहां पुलिस की सघन चैकिंग की जानकारी प्राप्त होने पर घटना में शामिल कार व दोनो मोटर साइकिलों को वहीं जगंल में छोडकर प्रिंस ई-रिक्शा की सहायता से पोंटा साहिब की तरफ चला गया गया।

पोंटा साहिब से राहुल व अविनाश ज्वैलरी लेकर चले गये विक्रम और अभिषेक अलग-अलग माध्यमों से बिहार पहुंच गये। इस घटना की रैकी पूर्व में पांचो द्वारा की गई थी तथा इस दौरान हम लगभग 28 दिनों तक सेलाकुई में किराये पर रहे थे। घटना को अजांम देने की पूरी योजना चरणबद्ध तरीके से शंशाक व सुबोध द्वारा व्हट्सअप व अन्य माध्यमों से हमें दी जा रही थी। माह जून में महाराष्ट्र सांगली में रिलायंस शोरूम में प्रिंस ने छोटू उर्फ प्रताप राणा व अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर डकैती की घटना को अंजाम दिया था, उक्त घटना में प्रयोग की गई दोनों मोटर साइकिलों को अभियुक्त प्रिंस द्वारा कर्नाटक से फर्जी आधार कार्ड पर खरीदा गया था।

अभियुक्त प्रिसं द्वारा वर्ष 2019 में अपने अन्य साथियों के साथ मनीष सिंह उर्फ तेलिया को हाजीपुर कोर्ट में गोली मारकर हत्या का प्रयास किया गया था, उस घटना में बिहार पुलिस का एक कान्सटेबल भी गोली लगने से घायल हुआ था। जेल में बदं सुबोध के कहने पर ही उक्त घटना को अंजाम दिया गया था। वर्ष 2020 में अभियुक्त प्रिंस, लव सिंह मुखिया की हत्या के अपराध में भी शामिल था।

हत्या के अपराध में जेल में रहने के दौरान अभियुक्त प्रिंस की मुलाकात शशांक व सुबोध से हुई व उनके गैंग के सदस्य के रूप में प्रिंस कार्य करने लगा।