फिल्मों की तर्ज पर लोगों को फसाने की झूठी धमकी देकर अवैध वसूली करने वाले फर्जी एण्टी करप्शन अधिकारी को दून पुलिस ने भेजा सलाखों के पीछे।

अभियुक्त द्वारा खुद को एण्टी करप्शन का प्रदेश प्रभारी बताकर लोगों को भय में डालकर की गयी थी 40 से 45 लाख रू0 की अवैध वसूली।

अभियुक्त पर एसएसपी देहरादून द्वारा 10000 रू0 का ईनाम किया गया था घोषित।

दून पुलिस द्वारा अभियुक्त को ऊधमसिंह नगर से किया गया गिरफ्तार।

वादिनी सोनम निवासी सुभाष नगर थाना क्लेमेनटाउन देहरादून द्वारा थाना क्लेमेनटाउन में दिनांक 20-06-23 को आकर तहरीर दी कि प्रशांत निवासी चन्द्रबनी चोयला कोतवाली पटेलनगर देहरादून ने स्वंय को एण्टी करप्शन का प्रदेश प्रभारी बताते हुए उनके पिता को अलग- अलग तरह से डरा धमकाकर 40 से 45 लाख रु की अवैध वसूली की गयी है। वादिनी कि तहरीर के आधार पर थाना क्लेमेन्टाउन में  भादवि में मुकदमा पंजीकृत किया गया, जिसकी विवेचना उप निरीक्षक अरविन्द पंवार के सुपुर्द कि गयी।

अभियुक्त प्रशांत मुकदमा पंजीकृत होने के बाद से लगातार फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा अभियुक्त के छिपने के सभी संभावित स्थानों पर दबिश दी गयी थी, लेकिन अभियुक्त के सम्बन्ध में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई, जिस पर पुलिस द्वारा अभियुक्त के विरुद्ध न्यायालय से एनबीडब्ल्यू प्राप्त कर 81 और 82 सीआरपीसी कि कार्यवाही अमल में लायी गयी।

अभियुक्त के लगातार फरार चलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा अभियुक्त पर 10000 रु0 का ईनाम घोषित किया गया, साथ ही अभियुक्त कि गिरफ्तारी के लिए थाना स्तर पर अलग- अलग टीमों को गठन कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। पुलिस द्वारा अभियुक्त के सम्बन्ध में गोपनीय रूप से जानकारी प्राप्त करते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया, इस दौरान पुलिस को अभियुक्त के ऊधमसिंह नगर जिले में होने की सूचना प्राप्त हुई। जिस पर तत्काल एक टीम को ऊधमसिंह नगर रवाना किया गया। टीम द्वारा दिनांक 30-11-23 को अभियुक्त प्रशात को जनपद उधम सिंह नगर में ग्राम कालीनगर थाना दिनेशपुर से गिरफ्तार कर देहरादून लाया गया, अभियुक्त को आज  न्यायालय के समक्ष पेश किया रहा है।