चमोली जिले के थराली में रात से शुरू हुई भारी बारिश ब्रह्मताल सुपताल और भेकल ताल क्षेत्र में बादल फटने से पहाड़ के पहाड़ बहकर प्राणमति नदी में आ गए।

तहसीलदार और पुलिस प्रशासन की टीम ने जल्दी से लोगों को नदी किनारे से हटाया।

चमोली जिले के थराली में रात से शुरू हुई भारी बारिश ब्रह्मताल सुपताल और भेकल ताल क्षेत्र में बादल फटने से पहाड़ के पहाड़ बहकर प्राणमति नदी में आ गए। जिससे नदी विकराल रूप से बहने लग गई।

 

नदी के साथ बड़े-बड़े बोल्डर और सैकड़ों पेड़ तिनके की तरह नदी में बहने लगे। नदी की गर्जना 5 किलोमीटर से अधिक दूर तक सुनाई दे रही थी। जैसे ही नदी में तेज आवाज आनी शुरू हुई क्षेत्र में रह रहे ग्रामीणों ने थराली, कुलसारी, हरमनी में नदी किनारे रह रहे लोगों को घरों से निकलकर जल्दी से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा।

 

तहसीलदार और पुलिस प्रशासन की टीम ने जल्दी से लोगों को नदी किनारे से हटाया। थराली में पिंडर नदी के किनारे रहने वाले लोगों ने ग्वालदम थराली तिराहा और नासिर बाजार में जाकर अपनी रात बिताई। इससे पहले भी रविवार की रात को थराली गांव में प्राणमति नदी ने जो तबाही मचाई थी उससे भी अधिक मात्रा में मलबा फिर इसी क्षेत्र में घुसा और फिर से वहां सैलाब आ गया।