रानीखेत में विधायक के भाई व भांजे के खिलाफ केस दर्ज, पीड़ित के समर्थन में थाने पहुंचे दर्जा राज्य मंत्री; जानें क्या है पूरा मामला

रानीखेत में विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल के भाई और भांजे के खिलाफ ग्राम प्रधान से मारपीट व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में केस दर्ज हुआ है। हैरानी की बात यह है कि दर्जा राज्य मंत्री कैलाश चंद्र पंत भी पीड़ित के पक्ष में अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचे व दोनों के खिलाफ ही केस दर्ज करने की वकालत भी की। इस मामले की राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा है।

 

ग्राम मिचोली, पोस्ट सीम निवासी संदीप खुलबे ने मंगलवार भतरौंजखान थाने मे तहरीर भी दी है। उन्होंने बताया कि पीपलमंडी से भतरौंजखान पहुंचने पर विधायक के भाई सतीश नैनवाल व उनके भांजे संदीप बधानी ने रामनगर रोड स्थित वैल्डिंग की दुकान के ठीक सामने उसकी गाड़ी को रोका व बाहर खींचकर उसे बुरी तरह पीट भी दिया। वहीं उसे जान से मारने की धमकी दी। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने केस ही दर्ज नहीं किया तो दूसरे दिन पीड़ित के पक्ष में दर्जा राज्य मंत्री कैलाश पंत अपने समर्थकों के साथ थाने में पहुंच गए। उन्होंने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कराने की वकालत भी की। इस दौरान थाने में गहमागहमी का माहौल भी रहा।

 

आखिरकार 2 घंटे बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ ही केस दर्ज कर उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया, तब जाकर पीड़ित व दर्जा राज्य मंत्री पंत अपने समर्थकों के साथ वहां से रवाना भी हुए। हालांकि दूसरे पक्ष ने भी प्रधान के खिलाफ तहरीर दी है, लेकिन उसके खिलाफ अभी केस दर्ज नहीं हुआ है।

 

प्रभारी थानाध्यक्ष जीआर गोला ने कहा कि प्रधान की तहरीर पर दोनों के खिलाफ धारा 323, 504 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच भी शुरू कर दी है।

 

दर्जा राज्य मंत्री कैलाश पंत ने कहा कि हमारी पार्टी की सरकार व हमारी पार्टी का विधायक होने के बावजूद भी जमीन से जुड़ा कार्यकर्ता सुरक्षित ही नहीं है। ऐसे में आम जनता को अच्छा संदेश नहीं जाएगा। कहा मुझे खुद पीड़ित के पक्ष में थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग भी करनी पड़ी। मामला ऊपर तक भी ले जाऊंगा। बीजेपी के शासन में गुंडागर्दी नहीं चलेगी, चाहे ऐसा करने वाला पार्टी से ही जुड़ा ही क्यों न हो।