UKSSSC पेपरलीक को लेकर युवाओं का धरना जारी, सीएम धामी का बड़ा बयान: ‘नकल जिहाद’ को नहीं छोड़ेंगे
देहरादून | उत्तराखंड में UKSSSC पेपर लीक घोटाले को लेकर युवाओं का आक्रोश अब खुलकर सामने आ गया है। राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में युवा पिछले कई दिनों से धरने पर डटे हुए हैं और धामी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि राज्य में “नकल जिहाद” चलाया जा रहा है, जिसके जरिए युवाओं को भड़काया जा रहा है।
मुख्यमंत्री का सख्त संदेश: ‘नकल माफिया को मिट्टी में मिला देंगे’
मुख्यमंत्री धामी ने सोमवार को देहरादून में आयोजित बीजेपी की राज्य स्तरीय संगठनात्मक कार्यशाला में कहा:
“प्रदेश में युवाओं को भड़काने के लिए नकल जिहाद शुरू किया गया है। मैं सभी नकल माफियाओं और जिहादियों को साफ कह देना चाहता हूं कि जब तक इन्हें मिट्टी में नहीं मिला दिया जाता, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।”
धामी ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया है, जिसकी वजह से अब तक 25,000 से अधिक पदों पर पारदर्शी भर्ती की जा चुकी है।
बेरोजगार संघ से मुलाकात, सीएम ने दिया आश्वासन
इससे पहले, बेरोजगार संघ के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने युवाओं को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, हालांकि धरना स्थल पर मौजूद युवाओं ने इसे सिर्फ एक और राजनीतिक वादा करार दिया है।
भ्रष्टाचार और जिहादी एजेंडे पर भी निशाना
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा:
“हम भ्रष्टाचार पर भी कड़ा प्रहार कर रहे हैं। आईएएस और पीसीएस अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है। कोई भी ‘जिहादी’ रंग-बिरंगी चादर डालकर देवभूमि की जमीन नहीं हड़प सकता।”
सीएम ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार ने मदरसा बोर्ड को समाप्त करने का निर्णय लिया है, जिसका असर अगले वर्ष से दिखेगा।
बीजेपी कार्यशाला: मिशन 2027 पर फोकस
देहरादून में आयोजित भाजपा की राज्य स्तरीय संगठनात्मक कार्यशाला में पार्टी के शीर्ष नेता मौजूद रहे। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था:
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2027 के मिशन हैट्रिक की रणनीति तैयार करना
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बूथ स्तर पर संगठन को मज़बूत करना
इस कार्यशाला में भाजपा के कई बड़े नेता शामिल हुए, जिनमें:
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बीएल संतोष (राष्ट्रीय महामंत्री, संगठन)
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दुष्यंत कुमार गौतम (राष्ट्रीय महामंत्री)
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रेखा वर्मा (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश सह-प्रभारी)
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महेंद्र भट्ट (प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद)
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अजय (प्रदेश महामंत्री, संगठन)
धरने पर डटे हैं युवा: भरोसे का संकट
धरना दे रहे युवाओं का कहना है कि पेपर लीक जैसे मामलों ने सरकारी भर्तियों पर से उनका भरोसा खत्म कर दिया है। वे मांग कर रहे हैं कि:
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दोषियों को कड़ी सजा दी जाए
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निष्पक्ष एवं त्वरित भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए
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भविष्य में पेपर लीक की घटनाएं न हों, इसके लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए जाएं
क्या सरकार युवाओं का भरोसा जीत पाएगी?
UKSSSC पेपरलीक प्रकरण अब सिर्फ एक परीक्षा घोटाला नहीं, बल्कि उत्तराखंड की राजनीति में एक सामाजिक और नैतिक प्रश्न बन चुका है। जहां एक ओर सरकार नकल विरोधी कानूनों और कार्रवाई की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर युवा भविष्य को लेकर आशंकित और नाराज़ हैं। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या सरकार इन नाराज युवाओं का विश्वास जीतने में कामयाब होती है या यह मुद्दा राजनीतिक भूचाल में तब्दील हो जाता है।