Uttarakhand Assembly Session 2024: सदन कल मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित, पूर्व सदस्यों को दी गई श्रद्धांजलि I

उत्तराखंड विधानसभा सत्र आज 5/02/2024 से शुरू हो गया है। पहले दिन निधन प्रस्ताव के बाद सदन कल मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। सत्र से पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी भूषण से शिष्टाचार भेंट की। इसके बाद मुख्यमंत्री सदन में पहुंचे। जहां निधन प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आज पूरा सदन दुखी है।

पूर्व सदस्यों सरवत करीम, मोहन सिंह रावत, पूरण सिंह, कृष्ण सिंह, नरेंद्र सिंह व धनी राम को श्रद्धांजलि दी गई। आज 5 फरवरी से शुरू हुआ विधानसभा सत्र 8 फरवरी तक चलेगा, जिसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है। सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय को विधायकों से 250 से अधिक प्रश्न भी मिले हैं। सदन में यूसीसी विधेयक भी पेश होगा, जिसके चलते हंगामे के आसार भी है। विपक्ष ने भी सदन में सरकार को घेरने की रणनीति भी बनाई है।

विपक्ष यूसीसी, सख्त भू-कानून, मूल निवास, उद्यान घोटाला, वन भूमि से पेड़ कटान व कानून व्यवस्था के अलावा बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर भी हंगामा कर सकता है। प्रदेश सरकार की ओर से यूसीसी विधेयक सदन पटल में रखने की तैयारी भी की जा रही है।

इसके अलावा प्रवर समिति की ओर से विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी भूषण को सौंपी गई राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण रिपोर्ट पर सदन में रखी जाएगी। इसके अलावा अन्य विधेयक और वार्षिक प्रतिवेदन रिपोर्ट भी सदन पटल पर रखी जाएगी।

सदन में पूर्व सदस्यों सरवत करीम, मोहन सिंह रावत, पूरण सिंह, कृष्ण सिंह, नरेंद्र सिंह व धनी राम को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमने कई साथियों को खोया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरवत करीम का असमय चले जाना हमारे लिए बड़ी क्षति भी है। वह एक भाई की तरह व्यवहार भी करते थे। जब मैं विधानसभा सदस्य नहीं था, तब वो रात को मिलते भी थे। हम साथ में टहलते भी थे। उनकी शेरो-शायरी सुनते थे। एक सूरज था तारों के घराने से उठा, आंख हैरान है क्या शख्स जमाने से उठा। आज वो भले हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन उन्होंने अपने क्षेत्र में जो काम किये हैं, हम सब उनको आगे भी बढ़ाएंगे।

मुख्यमंत्री ने स्व. मोहन सिंह रावत गांववासी को श्रद्धांजलि दी। कहा कि उनका जीवन बहुत सादगीपूर्ण रहा है। उन्होंने बीजेपी को मजबूत करने के लिए जो काम किया वो हमारे स्मरण में ही रहेगा। वह पार्टी के स्तंभ भी थे। वो फाउंडर मेंबर थे। उनका अतुलनीय योगदान भी था। उत्तराखंड की पहली सरकार में उन्होंने मंत्री के रूप में भी काम किया था।

सीएम धामी : मैं बहुत भावुक होता हूं जब स्व. मोहन सिंह रावत के बारे में सोचता हूं। इतने बड़े नेता लेकिन कभी ऐसा भी नहीं लगा। सामान्य और सहज व्यक्तित्व के धनी भी थे। उन जैसे नेताओं के लिए राजनीति जनता की सेवा करने का माध्यम भी था। वो हमेशा हमारे स्मरण में भी रहेंगे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।

स्व. पूरण चंद्र शर्मा को लेकर सीएम ने कहा कि राज्य स्थापना के बाद पार्टी के वह पहले अध्यक्ष थे। मैं उन्हें भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनका ज्ञान हमेशा हमें प्रेरित भी करता रहेगा।

लक्सर विधानसभा से विधायक रहे स्व. नरेंद्र सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी समाजसेवा हमेशा हमे याद रहेगी।

नैनीताल विधायक स्व. किशन सिंह तड़ागी और स्व. धनीराम सिंह नेगी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कहा कि धनीराम सिंह नेगी ने माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में भी योगदान दिया। 1985 में इंटरमीडिएट एक्ट में उन्होंने ही बदलाव भी करवाया। उन्होंने विभिन्न पदों पर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मुख्यमंत्री के श्रद्धांजलि देने के बाद नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी श्रद्धांजलि दी।

यशपाल आर्य : आज बहुत दुखद समय है कि सरवत करीम आज हमारे बीच में नहीं हैं। उनकी हाजिर जवाबी, शेरो-शायरी हमें प्रेरित करती है कि कठिन समय में भी हमें हौसला व हिम्मत रखनी चाहिए। मैं अपनी पार्टी और दल की ओर से उन्हें संवेदना और श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। कहा कि नरेंद्र सिंह ने विनोबा भावे के भू-दान से प्रेरित होकर 1000 बीघा जमीन भी दान दे दी। वह समाज के आदर्श थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। उन्होंने धनीराम, पूरण चंद्र शर्मा, किशन तड़ागी, मोहन सिंह रावत गांववासी को श्रद्धांजलि दी।

यूसीसी व क्षैतिज आरक्षण पर उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने सत्र से पहले अपनी प्रतिक्रिया भी दी। कहा कि यूसीसी का ड्राफ्ट पहले तो उपलब्ध कराया जाए, उसके बाद सदन में लाएं। जल्दबाजी न की जाए।

विधानसभा सत्र के चलते विभिन्न संगठनों और पार्टियों ने भी सत्र के दौरान यूसीसी के विरोध में प्रदर्शन करने का आह्वान भी किया है। इसके मद्देनजर पुलिस ने भी कमर कस ली है। शहर में चयनित जगहों पर पुलिस बैरियर भी लगाकर गहन चेकिंग करेगी। एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को अराजकता करने वालों पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं।