एसटीएफ उत्तराखण्ड ने 6 साल बाद फरार फर्जी कॉल सेंटर संचालक को नोयडा से किया गिरफ्तार
उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ टीम ने 6 वर्ष बाद 2019 में पटेलनगर क्षेत्र में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम पर फर्जी कॉल सेंटर चलाने के आरोप में फरार चल रहे मुख्य आरोपी प्रवीन कुमार को नोयडा, दिल्ली से गिरफ्तार किया है। यह आरोपी लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर था और गोवा में पब/रेस्टोरेंट का मालिक बनकर पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहा था। एसटीएफ ने मैनुअल पुलिसिंग के तहत इस आरोपी को गिरफ्तार किया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने बताया कि 2019 में थाना पटेलनगर में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के लीगल एडवाइजर भूपिंदर सिंह बिंद्रा द्वारा शिकायत दी गई थी। शिकायत के अनुसार, प्रवीन कुमार, रंजन कुमार और मयंक बंसल ने पटेलनगर क्षेत्र में एक फर्जी कॉल सेंटर चला रखा था, जिसमें वे लोगों को माईक्रोसॉफ्ट कंपनी की सेवाओं के नाम पर उनसे कंप्यूटर एप्लिकेशन इंस्टॉल करने के लिए मजबूर करते थे और इसके जरिए उनके कंप्यूटर की डेटा चोरी, पहचान की चोरी और कंप्यूटर वायरस का फैलाव करते थे। इसके बाद, पीड़ितों से भारी धनराशि वसूली जाती थी।
इस मामले में थाना पटेलनगर में एक प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई थी और दो आरोपी, रंजन कुमार और मयंक बंसल को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन मुख्य आरोपी प्रवीन कुमार फरार हो गया था। फरार अपराधी पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
एसटीएफ टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई महीनों से नोयडा, दिल्ली और गोवा में सक्रिय रूप से जांच की। एसटीएफ को जानकारी मिली कि आरोपी गोवा में एक पब/रेस्टोरेंट का मालिक है और वह कभी-कभी नोयडा, दिल्ली में अपने पार्टनरों से मिलने जाता है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ ने कड़ी मेहनत से उसे 27 मार्च 2025 को नोयडा, उत्तर प्रदेश के सेक्टर 18 से गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी का नाम:
प्रवीन कुमार निवासी: क्वार्टर नं. ए2/32, फुटबाल ग्राउंड, सांडी रजरपा प्रोजेक्ट, रामगढ़, झारखंड (हाल निवासी: मेरिन हाईट फ्लैट नं. एस-3, डोनापोला पंजीम, गोवा)
इस गिरफ्तारी के साथ ही एसटीएफ ने एक बड़ी सफलता हासिल की है, जिससे फर्जी कॉल सेंटर के गिरोह पर अंकुश भी लगेगा और अन्य पीड़ितों को न्याय मिल सकेगा।