मसूरी में पुलिस का ‘ऑपरेशन लगाम’ विवादों में, व्यापारियों और भाजपा ने उठाई आवाज

पर्यटन नगरी मसूरी में सड़क हादसों व यातायात अनियमितताओं पर रोक लगाने के लिए चलाया भी जा रहा ऑपरेशन लगाम अब स्थानीय विरोध का कारण भी बन गया है। शहर के व्यापारी, भाजपा मंडल व सामाजिक संगठनों ने इस अभियान को “स्थानीय लोगों का उत्पीड़न” बताते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा भी खोल दिया है।

स्थानीय संगठनों का कोतवाली में विरोध प्रदर्शन

बीजेपी मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल, मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष जगजीत कुकरेजा व राधा कृष्ण मंदिर समिति अध्यक्ष राजीव अग्रवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मसूरी कोतवाली में पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल ने कोतवाल देवेंद्र सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपकर पुलिसकर्मियों पर अभद्र व्यवहार, अवैध वसूली व मनमाने चालान करने के आरोप लगाए।

₹3500 का चालान और स्कूटी जब्ती बना विवाद का कारण

व्यापारियों ने आरोप लगाया कि एक स्थानीय युवक को बिना हेलमेट ₹3500 का चालान कर उसकी स्कूटी तक ज़ब्त भी कर ली गई, जबकि उसने न तो रेस ड्राइविंग की थी और न कोई गंभीर नियम ही तोड़ा था। उनका कहना है कि ऐसे कठोर कदम न केवल नियमों के विपरीत हैं, बल्कि पर्यटन नगरी की छवि को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं।

“आवश्यक कार्रवाई नहीं हुई तो धरना देंगे” — भाजपा मंडल अध्यक्ष

भाजपा मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा, “मसूरी पहले ही आपदा से प्रभावित है। ऐसे में पुलिस का यह रवैया स्थानीय जनता व व्यापारियों को परेशान कर रहा है। यदि अवैध वसूली में शामिल पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो हम कोतवाली के बाहर धरना भी देंगे।”

पुलिस का जवाब — “गलत करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई”

कोतवाल देवेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि ऑपरेशन लगाम पुलिस मुख्यालय के निर्देशों पर ही चलाया जा रहा है जिसका उद्देश्य केवल ट्रैफिक व्यवस्था सुधारना है, न कि जनता को परेशान करना। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि किसी पुलिसकर्मी ने सीमा लांघी है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई भी की जाएगी।