पिथौरागढ़ की रामलीला में गूंजा पेपर लीक मामला, रावण ने मंच से कसा तंज

पिथौरागढ़,  उत्तराखंड में चर्चित पेपर लीक प्रकरण अब धार्मिक मंचों तक पहुंच गया है। पिथौरागढ़ के टकाना क्षेत्र की प्रसिद्ध रामलीला में कलाकारों ने व्यंग्यात्मक शैली में पेपर लीक का जिक्र करते हुए दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। मंचन के दौरान कलाकारों ने उत्तराखंड की पटवारी भर्ती परीक्षा में हुए पेपर लीक घोटाले पर तीखा कटाक्ष किया, जिसे सुनकर रामलीला मैदान तालियों और ठहाकों से गूंज उठा।

रावण का व्यंग्य: “लंका में सब ठीक है, पर उत्तराखंड में…”

राम-सीता स्वयंवर की लीला के मंचन के दौरान दरबार में रावण के किरदार ने संवाद करते हुए कहा, “लंका में तो सब ठीक चल रहा है, लेकिन उत्तराखंड में ठीक नहीं चल रहा है। वहां पटवारी भर्ती का पेपर लीक हो गया है।” इस तंज ने दर्शकों को न केवल हँसाया, बल्कि मौजूदा हालात पर सोचने को भी मजबूर किया।

इस चुटीले संवाद के जरिए रामलीला के कलाकारों ने सामाजिक सरोकार से जुड़ी संवेदनशील घटनाओं को मंच पर लाकर प्रासंगिकता और जागरूकता दोनों का परिचय दिया।

तीसरे दिन की लीला में मंचित हुए प्रमुख प्रसंग

टकाना की रामलीला के तीसरे दिन भगवान राम द्वारा शिव धनुष तोड़ने, रावण के शक्ति प्रदर्शन और सीता स्वयंवर जैसे भव्य प्रसंगों का मंचन किया गया। वहीं, सदर क्षेत्र की रामलीला में भी यही प्रसंग आकर्षण का केंद्र रहे। देर रात तक रामलीला देखने के लिए श्रद्धालुओं और दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी रही।

कार्यक्रम में देवेंद्र सिंह, समिति अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह महरा, दिलीप वल्दिया, नवीन भट्ट सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

रामलीला बनी सामाजिक व्यथा का दर्पण

उत्तराखंड की रामलीलाओं में इस प्रकार समसामयिक मुद्दों की प्रस्तुति यह दर्शाती है कि लोक मंच अब केवल धार्मिक या पौराणिक प्रसंगों तक सीमित नहीं रह गए हैं। कलाकार आज समाज के मुद्दों को भी प्रभावी ढंग से दर्शाने लगे हैं — और दर्शक न केवल मनोरंजन बल्कि सामाजिक संदेश लेकर घर लौटते हैं।