मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीन चंद्र रामगुलाम का चार दिवसीय उत्तराखंड दौरा संपन्न, सीएम धामी ने दी विदाई
देहरादून | 15 सितंबर 2025:
मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीन चंद्र रामगुलाम ने सोमवार को अपने चार दिवसीय उत्तराखंड प्रवास के बाद वापसी की। प्रस्थान से पूर्व जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें भावभीनी विदाई दी।
इस अवसर पर सीएम धामी ने उन्हें चारधाम का पावन प्रसाद और राज्य के अंब्रेला ब्रांड ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ के उत्पाद स्मृति स्वरूप भेंट किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि डॉ. रामगुलाम की यह यात्रा भारत और मॉरीशस के बीच सांस्कृतिक और पर्यटन संबंधों को और सुदृढ़ करेगी।
परंपरागत स्वागत और सांस्कृतिक जुड़ाव
उत्तराखंड आगमन पर डॉ. रामगुलाम और उनकी पत्नी वीणा रामगोपाल का परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया। महिलाओं ने पारंपरिक गीत गाए और तिलक लगाकर अतिथियों का अभिनंदन किया। उन्हें तुलसी की माला भी भेंट की गई।
प्रधानमंत्री दंपति ऋषिकेश की प्राकृतिक सुंदरता से अत्यंत प्रभावित हुए और उन्होंने उत्तराखंड की अतिथ्य परंपरा की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
हरिद्वार और ऋषिकेश भ्रमण से मंत्रमुग्ध हुए मेहमान
अपने प्रवास के दौरान डॉ. रामगुलाम ने ऋषिकेश और हरिद्वार का दौरा किया। वे गंगा तट पर हुए आयोजनों और प्राकृतिक दृश्यावलियों से मंत्रमुग्ध नजर आए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की आध्यात्मिक और प्राकृतिक संपदा विश्व भर के पर्यटकों के लिए एक अनूठा आकर्षण है।
कड़े सुरक्षा प्रबंध, जीरो जोन घोषित
प्रधानमंत्री की यात्रा को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। ढालवाला से नरेंद्रनगर बाइपास तक के क्षेत्र को जीरो जोन घोषित किया गया था। चंबा की ओर से आने वाले वाहनों को अस्थायी रूप से रोक दिया गया। काफिले के गुजरने के बाद ही यातायात सामान्य किया गया।
पर्यटन और सांस्कृतिक संबंधों को मिलेगा बढ़ावा
राज्य सरकार को उम्मीद है कि इस उच्चस्तरीय दौरे से उत्तराखंड में पर्यटन, संस्कृति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नई दिशा मिलेगी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस प्रकार की यात्राएं न केवल आपसी संबंधों को मजबूती देती हैं, बल्कि राज्य की छवि को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का सशक्त माध्यम भी बनती हैं।