महाकुंभ भगदड़: प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री योगी से ली हादसे की जानकारी, 15 से अधिक हताहत

महाकुंभ में भगदड़ की घटना सामने आई है, जिसमें 15 लोग हताहत हो गए हैं और कुछ लोग बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाए जा रहे हैं। मौके पर प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है, और फिलहाल स्थिति काबू में बताई जा रही है। मेले में भगदड़ के बाद निरंजनी अखाड़े ने स्नान जुलूस को रोक दिया है, और कुछ अखाड़ों ने स्नान के लिए निकलने से मना कर दिया है। अखाड़ों ने अमृत स्नान को स्थगित कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे की जानकारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ली है।

संयम बनाए रखने की भी अपील

घटना स्थल से आए वीडियो के मुताबिक, कुछ महिलाओं और बच्चों को भी चोटें आई हैं। हालांकि, स्थिति अब काबू में बताई जा रही है। महाकुंभ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बनाए रखने की अपील की है।

बताया जा रहा है कि प्रयागराज के संगम तट पर अमृत स्नान से पहले देर रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में कुछ लोगों के मरने की भी खबर है। एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, भगदड़ मचते ही लोग दौड़ने लगे। हालांकि, प्रशासन की ओर से अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।

संगम तट पर कई श्रद्धालु बेहोश

जानकारी मिल रही है कि भगदड़ के दौरान संगम तट पर कई श्रद्धालु बेहोश हो गए हैं। घायलों में महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है, और एनएसजी व सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। हताहतों को 50 से अधिक एंबुलेंस की मदद से सेंट्रल हॉस्पिटल लाया गया है, जबकि कई घायलों को मोटरसाइकिल से भी अस्पताल पहुंचाया गया है।

भारी भीड़ के चलते अखाड़ों ने स्नान रोका

मौनी अमावस्या पर होने वाले अमृत स्नान को भारी भीड़ के कारण शैव अखाड़ों ने रोक दिया है। महानिर्वाणी और निरंजनी अखाड़े के साधु संत और नागा संन्यासी स्नान के लिए नहीं निकले। हजारों की संख्या में नागा संन्यासी छावनी में ही मौजूद हैं। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि भारी भीड़ के कारण स्नान को रोक दिया गया है। अगर स्थिति सामान्य होती है, तो अखाड़े स्नान के लिए निकलेंगे, अन्यथा स्नान को निरस्त कर दिया जाएगा।