जानिए उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन के बारे में, 5 जिलों के रहे डीएम और लंबा प्रशासनिक अनुभव

उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव बने आनंद बर्द्धन, राधा रतूड़ी का कार्यकाल समाप्त

उत्तराखंड की वर्तमान मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का कार्यकाल 31 मार्च को समाप्त हो रहा है, और अब वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आनंद बर्द्धन राज्य सरकार के नए मुख्य सचिव के रूप में कार्यभार भी संभालेंगे। वह 31 मार्च को अपना कार्यभार ग्रहण कर सकते हैं।

आनंद बर्द्धन का प्रशासनिक अनुभव बेहद लंबा और विविधतापूर्ण रहा है। 1992 में उन्हें यूपी कैडर आवंटित भी किया गया था, और उन्होंने रामपुर, इटावा, पौड़ी, नैनीताल व हरिद्वार जैसे जिलों के कलेक्टर के रूप में कार्य किया। इसके अलावा, वह वित्तीय संस्थानों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में भी सेवा भी दे चुके हैं। विशेष रूप से यूपी सहकारी चीनी कारखाना संघ लिमिटेड के संयुक्त प्रबंधक निदेशक और यूपी वित्तीय निगम के महाप्रबंधक के रूप में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका भी रही।

आनंद बर्द्धन ने 2010 में हरिद्वार कुंभ मेले में मेला अधिकारी के रूप में भी कार्य किया। इसके अलावा, वह राज्यपाल और गोपन विभाग के सचिव के तौर पर भी काम कर चुके हैं। प्रमुख सचिव के रूप में उन्होंने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, सिंचाई, लघु सिंचाई, खनन, सैनिक कल्याण, पुनर्गठन, आबकारी, उच्च शिक्षा, योजना, ईएपी जैसे विभागों का कार्यभार संभाला। वह सीएम पुष्कर सिंह धामी के अतिरिक्त मुख्य सचिव भी रह चुके हैं और कई अन्य महत्वपूर्ण विभागों में जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं।

शैक्षणिक योग्यता: आनंद बर्द्धन ने दिल्ली विश्वविद्यालय से कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर डिग्री प्राप्त की। इसके अलावा, भौतिकी में बीएससी ऑनर्स किया और विश्वविद्यालय में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। उन्होंने फ्रांस से लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा भी किया।

राधा रतूड़ी के लिए नया मौका? मुख्य सचिव राधा रतूड़ी 31 मार्च को अपने कार्यकाल को समाप्त करेंगी, और माना जा रहा है कि वह मुख्य सूचना आयुक्त पद के लिए आवेदन कर चुकी हैं। यह संभावना जताई जा रही है कि उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद इस पद पर नियुक्त भी किया जा सकता है।

उत्तराखंड के मुख्य सचिवों का कार्यकाल:

  1. अजय विक्रम सिंह – 295 दिन
  2. मधुकर गुप्ता – 1 वर्ष 364 दिन
  3. आरएस टोलिया – 2 वर्ष 29 दिन
  4. एम रामचंद्रन – 1 वर्ष 30 दिन
  5. सुरजीत किशोर दास – 1 वर्ष 304 दिन
  6. इंदु कुमार पांडे – 1 वर्ष 90 दिन
  7. एनएस नपलच्याल – 273 दिन
  8. सुभाष कुमार – 1 वर्ष 273 दिन
  9. आलोक कुमार जैन – 333 दिन
  10. सुभाष कुमार – 1 वर्ष 152 दिन
  11. एन रविशंकर – 303 दिन
  12. राकेश शर्मा – 91 दिन
  13. शत्रुघ्न सिंह – 1 वर्ष 29 दिन
  14. एस रामास्वामी – 327 दिन
  15. उत्पल कुमार सिंह – 2 वर्ष 280 दिन
  16. ओम प्रकाश सिंह – 339 दिन
  17. सुखबीर सिंह संधू – 2 वर्ष 208 दिन
  18. राधा रतूड़ी – 1 वर्ष 55 दिन