देहरादून में बादल फटने से भारी तबाही, 11 की मौत, कई लापता | तमसा और सॉन्ग नदियों का जलस्तर बढ़ा, अलर्ट जारी

देहरादून | 

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सोमवार देर रात सहस्त्रधारा क्षेत्र में बादल फटने की घटना ने शहर में भयावह तबाही मचा दी। घटनास्थल से आ रही तस्वीरें और चश्मदीदों की गवाही दिल दहला देने वाली है। अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 10 देहरादून से और 1 मजदूर मसूरी से है। वहीं, कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।

21 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून सहित चमोली, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। अनुमान है कि 21 सितंबर तक प्रदेशभर में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।

सहस्त्रधारा: बाजार में मलबा, होटल-दुकानें ध्वस्त, 100 लोगों को सुरक्षित निकाला गया

रात करीब 11:30 बजे सहस्त्रधारा के कार्डीगाड़ क्षेत्र में बादल फटने के बाद मुख्य बाजार में बड़े पैमाने पर मलबा आ गया।

ग्राम प्रधान राकेश जवाड़ी ने बताया, “दो से तीन बड़े होटल और करीब 7 से 8 दुकानें मलबे में दब गई हैं। करीब 100 लोग बाजार में फंसे थे, जिन्हें ग्रामीणों ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। कुछ लोगों के लापता होने की सूचना है, तलाश जारी है।

राहत-बचाव में देरी, SDRF-फायर टीम रास्ते में अटकी

रात 2 बजे आपदा कंट्रोल रूम से जानकारी दी गई कि एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। लेकिन रास्ते में भारी मलबा जमा होने के कारण टीमें समय पर मौके पर नहीं पहुंच पाईं। लोक निर्माण विभाग (PWD) की जेसीबी मशीनें रास्ता साफ करने में जुटी हैं।

तमसा और सॉन्ग नदी उफान पर, टपकेश्वर मंदिर जलमग्न

देहरादून की तमसा नदी रौद्र रूप में आ गई है। टपकेश्वर मंदिर परिसर में पानी भरने से शिवलिंग तक डूब गया है। प्रशासन ने एहतियातन मंदिर खाली करवा लिया है।

इसी तरह, आईटी पार्क क्षेत्र में मलबा आने से सॉन्ग नदी का जलस्तर बढ़ गया है। पुलिस ने आसपास रहने वाले लोगों को सतर्क किया है और नदी किनारे से दूर रहने की अपील की है।

रायपुर थानाध्यक्ष गिरीश नेगी ने बताया: “घटना रात 12:30 से 1 बजे के बीच की है। पुलिस बल मौके पर पहुंचा, स्थिति अब नियंत्रण में है। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात हैं।

मसूरी: मजदूरों के आवास पर गिरा मलबा, एक की मौत

मसूरी के झड़ीपानी क्षेत्र में सोमवार देर रात हुई तेज बारिश से मजदूरों के अस्थायी आवास पर मलबा गिर गया। हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हुआ है।

शहर कोतवाल संतोष कुंवर ने बताया: “बारिश के पानी और मलबे ने मजदूरों के कच्चे आवास को क्षतिग्रस्त कर दिया। मृतक की मौके पर ही मौत हो गई और घायल को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी प्रतिक्रिया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को लेकर सोशल मीडिया X (पूर्व में ट्विटर) पर शोक जताया। उन्होंने लिखा:

देहरादून के सहस्त्रधारा में अतिवृष्टि से हुई क्षति की दुखद सूचना प्राप्त हुई है। राहत और बचाव कार्य में प्रशासन, SDRF और पुलिस जुटे हुए हैं। स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा हूं। ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं।