सीएम धामी का सख्त रुख: “उत्तराखंड की डेमोग्राफी बदलने नहीं देंगे, फर्जी दस्तावेज़ों की हो रही जांच”

काठगोदाम स्थित सीआरपीएफ कैंप में आयोजित पूर्व केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल कार्मिक संगठन के वार्षिक सम्मेलन के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को कहा कि घुसपैठियों की किसी भी मंशा को सफल नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कुछ लोगों ने उत्तराखंड की डेमोग्राफी बदलने के इरादे से राशन कार्ड, निवास प्रमाणपत्र व अन्य दस्तावेज़ फर्जी तरीके से बनवाए हैं, जिनकी सरकार एक-एक कर जांच भी करा रही है।

सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित रखा जाएगा व मूल निवासियों के मन में असुरक्षा का भाव नहीं पनपने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कई क्षेत्रों में नीली-पीली-हरी चादर बिछाकर जमीनों पर कब्जा करने की प्रवृत्ति भी बढ़ी थी। ऐसे में सरकार ने अब तक 550 अवैध धार्मिक स्थलों की पहचान कर उन्हें हटाया है और जमीनों को अपने कब्जे में भी लिया है। अवैध कब्जा मुक्त अभियान आगे भी जारी  हीरहेगा।

धामी ने कहा कि दंगों की शुरुआत हल्द्वानी के बनभूलपुरा से हुई थी, जिसके बाद सरकार ने नियम बनाया कि दंगा करने वाले से ही नुकसान की भरपाई भी वसूली जाएगी। साथ ही गोरक्षा कानून लागू कर सख्ती बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि दो देशों से लगती सीमा वाला यह राज्य विभिन्न पंथों व समुदायों का निवास स्थान है, इसलिए प्रदेश में समानता और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू भी किया गया है।

इस दौरान सीएम ने परामिलिट्री जवानों के परिवारों के लिए बड़ी घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि बलिदान होने पर अब जवानों के परिवारों को 10 लाख के बजाय 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।