हलीद्वानी: मेयर सीट पर भाजपा और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा की जंग, कल होगा फैसला
निकाय चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना कर जोरदार प्रचार करने वाली भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही पार्टियां हल्द्वानी नगर निगम के मतदाताओं की नब्ज नहीं पकड़ पाईं। मतदान संपन्न होने के बाद, दोनों दलों के उम्मीदवारों और नेताओं के दिलों की धड़कन तेज हो गई है। अब कोई भी यह कहने की स्थिति में नहीं है कि चुनाव किसके पक्ष में जाएगा। हर कोई अपनी-अपनी गणना कर रहा है, लेकिन नतीजों को लेकर कोई भी कुछ स्पष्ट नहीं कह पा रहा।
भा.ज.पा. ने इस चुनाव में मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का रोड शो आयोजित किया, साथ ही केंद्रीय राज्यमंत्री प्रदीप टम्टा, सांसद अजय भट्ट, विधायक बंशीधर भगत, डॉ. मोहन सिंह बिष्ट समेत कई नेताओं को प्रचार में लगाया। वहीं, कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी, और विधायक सुमित ह्रदयेश को चुनाव प्रचार में लगाया था। कांग्रेस ने भी गली-गली जाकर प्रचार किया और प्रत्याशी तथा कार्यकर्ताओं ने हर घर तक पहुंचने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
इसके बावजूद, मतदान के बाद भी कोई भी नेता यह नहीं कह पा रहा कि मतदाताओं का रुझान किस दिशा में है। खासकर बनभूलपुरा के इलाके में दोनों ही पार्टियों के नेता लगातार यह कह रहे थे कि यहां एक ही पार्टी को वोट पड़ेगा।
मतदान में ढाई घंटे की देरी
कई मतदान केंद्रों पर दोपहर के बाद और शाम को मतदाताओं की बढ़ती संख्या के कारण मतदान प्रक्रिया देर रात तक चली। हल्द्वानी, भीमताल, लालकुआं जैसे क्षेत्रों में मतदान केंद्रों पर भारी भीड़ देखी गई और मतदान शाम साढ़े सात बजे तक चलता रहा।
कड़ी सुरक्षा में स्ट्रांग रूम में मतपेटियां रखी गईं
मतदान संपन्न होने के बाद सभी सात निकायों की मतपेटियां सील कर कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रूम में रखी गईं। उप निर्वाचन अधिकारी शिवचरण द्विवेदी के अनुसार, हल्द्वानी, लालकुआं और कालाढूंगी की मतपेटियां एमबी इंटर कॉलेज के स्ट्रांग रूम में, जबकि नैनीताल, भवाली और भीमताल की मतपेटियां जीजीआईसी परिसर में और रामनगर की मतपेटियां रामनगर में स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखी गई हैं। सुरक्षा बल और सीसीटीवी कैमरे स्ट्रांग रूम में तैनात हैं।
नोटा पर मुहर लगी कई मतदाताओं ने
नैनीताल जिले के विभिन्न निकायों में मेयर, पालिकाध्यक्ष, चेयरमैन और पार्षद प्रत्याशी कुछ मतदाताओं की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए, जिसके कारण कई लोगों ने वोट न देकर ‘कोई नहीं’ यानी नोटा पर मुहर लगाई।
बनभूलपुरा में शांति का माहौल
इस बार बनभूलपुरा क्षेत्र में चुनाव के दौरान पहले की तुलना में शांति रही। हालांकि कुछ छोटे-मोटे घटनाएं हुईं, लेकिन कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई, जिससे प्रशासन और पुलिस ने राहत की सांस ली।
सड़कें सुनी, दुकानें बंद
निकाय चुनाव के चलते हल्द्वानी में बाजार बंद रहे और सड़कें सुनसान रहीं। जाम की समस्या से जूझने वाली नैनीताल रोड, कालाढूंगी रोड, बरेली रोड और रामपुर रोड पर दिनभर वाहनों की संख्या कम रही। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार और दुकानें खुली रही और शाम को शहर में भी कुछ दुकानों ने अपना कारोबार शुरू किया।