शादी से पहले पिता और भाई तो शादी के बाद में ससुर और पति के कहने पर वोट, अब महिलाओं ने खोला राज

शादी के बाद घर आयी बहू का वोट ससुराल के अनुसार ही हो जाता है। ज्यादातर देखा गया है कि ससुराल में जिस पार्टी को वोट देने की परंपरा होती है उस घर की बहू को उस पार्टी को ही वोट देने के लिए ही कहा जाता है। हालांकि हाल ही के वर्षों में पढ़ी लिखी महिलाओं के भीतर समझ आने से अब अपनी पसंद की पार्टी के प्रत्याशी को ही वोट देने का चलन बढ़ा है।

 

शादी के बाद घर पर आने वाली बहू का गोत्र, जाति के साथ ही पार्टी व प्रत्याशी भी बदल जाता है। ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि बहू अपने सास, ससुर या फिर पति के कहने के अनुसार ही वोट डालती है। डीडीहाट नगर में किए सर्वे में 50 से अधिक परिवार की बहुओं ने बताया कि वह शादी से पहले जिस पार्टी को वोट देती थी शादी के बाद ससुराल में जो तय होता है उसके अनुसार ही उस पार्टी को मतदान भी किया जाता है। हालांकि कुछ महिलाओं का ये कहना था कि वोट किसे देना है उन्हें यह समझ है। इसलिए वह अपनी मर्जी से वोट देती हैं।

 

हालांकि यह कहना गलत नहीं होगा कि ऐसी महिलाओं की संख्या भी सीमित ही है। ग्रामीण अंचलों में महिलाएं अपने पति, ससुर व बेटे के कहने पर वोट देकर आती हैं। यही कारण है कि राजनैतिक दल परिवार के मुखिया को रिझाने में अधिक दिलचस्पी भी दिखाते हैं।