शिक्षकों और छात्रों को शोध के लिए मिलेंगे 18 लाख, जानें क्या है उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना

मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना के लिए शासन ने 2 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। योजना के तहत छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को शोध के लिए सरकार 18 लाख रुपये तक भी देगी।

 

प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों और राज्य विश्वविद्यालयों में उच्च गुणवत्तायुक्त शैक्षणिक वातारण के विकास, नई तकनीकों को बढ़ावा देने और राजकीय महाविद्यालयों व राज्य विवि के शिक्षकों और छात्रों को शोध के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सीएम उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना शुरू की गई है। उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक उत्तराखंड पहला ऐसा राज्य भी है। जो शिक्षकों को शोध के लिए 18 लाख रुपये तक देने भी जा रहा है।

राज्य से संबंधित शोध विषयों, जिसमें सामाजिक, आर्थिक, समसामयिक आदि को प्रोत्साहित किया जाएगा। शोध प्रस्तावों में विशिष्ट समस्या समाधान और क्रियात्मक शोध विषयों को वरीयता भी दी जाएगी। राज्य के किसी विभाग या विशिष्ट समस्याओं के समाधान को लेकर भी अनुरोध के आधार पर शोध प्रस्तावों को आमंत्रित भी किया जा सकता है। इसके लिए राज्य स्तरीय, राज्य शोध और विकास प्रकोष्ठ चयन और मूल्यांकन समिति का गठन भी किया जाएगा।

 

आदेश में कहा गया है कि मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना के तहत अवमुक्त की जा रही धनराशि उसी कार्य के लिए व्यय की जाएगी। जिसके लिए स्वीकृत भी की जा रही है। स्वीकृत धनराशि राजकीय महाविद्यालय और विवि में कार्यरत नियमित शिक्षकों और संस्थागत छात्र-छात्राओं को शोध कार्य के लिए दी जाएगी।