मुख्यमंत्री धामी बीते मंगलवार को परेड ग्राउण्ड में बन्नू बिरादरी दशहरा कमेटी द्वारा आयोजित दशहरा महोत्सव में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बीते मंगलवार को परेड ग्राउण्ड में बन्नू बिरादरी दशहरा कमेटी द्वारा आयोजित दशहरा महोत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा भगवान श्री राम और हनुमान जी की पूजा अर्चना के पश्चात रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण के पुतलों का दहन किया गया।

मुख्यमंत्री ने सभी को विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दशहरा का पर्व बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वर्षों से हम रावण का दहन करते आ रहे है। रावण अधर्म और बुराई का प्रतीक था, इसलिये उसे हर वर्ष जलना होता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे त्योहार, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं से जुड़े होने के साथ ही कृषि, नदियों, पहाड़ों और हमारे इतिहास से जुड़े हुए हैं। युगों-युगों से भगवान राम, भगवान कृष्ण की गाथाएं हमारे सामाजिक परिवेश में प्रेरणा एवं जागृति का स्रोत रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की सनातन संस्कृति का पुनर्जागरण हुआ है। हम सभी जानते हैं कि प्रभु श्री राम का मंदिर अयोध्या में बनने को है जो हमारे लिए सौभाग्य की बात है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रदेश में भी भगवान राम, लक्ष्मण व माता सीता से जुड़े कई स्थान हैं। हनुमान जी ने प्रदेश के द्रोणगिरी पर्वत से ही संजीवनी लेकर लक्ष्मण जी की जीवन रक्षा की थी।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, डॉ0 धन सिंह रावत, विधायक खजान दास, विनोद चमोली, मेयर सुनील उनियाल गामा, अल्प संख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉ0 आर. के. जैन, बन्नू बिरादरी समिति के अध्यक्ष सन्तोष नागपाल, प्रेम भाटिया, गगन सेठी सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।