चालक चिल्लाया…लहराई गयी बस और पलभर में ही सड़क पर बिखर गईं लाशें; शिक्षक ने सुनाई हादसे की दर्दनाक दास्तां

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में बीते मंगलवार को दर्दनाक हादसा हो गया है। सरकारी स्कूल के बच्चों को चिड़ियाघर से लेकर लौट रही बस, बाइक को टक्कर मारने के बाद खुद ही पलट गई। देवा कोतवाली इलाके में हुए इस हादसे में 3 छात्राएं और बस मालिक के बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 6 शिक्षक समेत 15 लोग घायल हो गए। दुर्घटनाग्रस्त बस में 42 बच्चे भी सवार थे जिसमें 3 की तो मौके पर ही मौत हो गई। 2 गंभीर हालत वाले बच्चों को लखनऊ रेफर किया गया है। 3 जिला अस्पताल में भर्ती हैं। 34 बच्चों का सीएचसी देवा में अभी इलाज चल रहा है।

बस में कुल 42 बच्चे व 6 शिक्षक सवार थे। बस का मालिक सूफियान ही परिचालक के रूप में भी मौजूद था। सलारपुर के पास स्थित आदर्श कॉलेज के पास बस पहुंची ही थी कि चालक एक दम से चिल्लाया… हम लोगों का ध्यान उधर गया ही था कि बस तेजी से लहराई और फिर ऐसा लगा जैसे भूकंप सा आ गया हो । यह बताते हुए बस में सवार घायल सहायक अध्यापक दीपक यादव कराह भी रहे थे। हादसे के बाद बच्चे इतनी दहशत में थे कि हांफ भी रहे थे। छहों शिक्षकों में सभी को हल्की फुल्की चोटें भी आई थी। लेकिन दीपक की रीढ़ और कमर में बहुत दर्द हो रहा था। लेकिन 3 बच्चों के शव देखकर वह अपनी पीड़ा को भूल रहे थे।

शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बस में सूरतगंज के हरक्का कंपोजिट विद्यालय के कक्षा 8 के करीब 37 बच्चे और 5 बच्चे प्राथमिक विद्यालय के थे। कामिनी, हिमांशी और शुभी से तीन छात्राएं ही इन सभी बच्चों में सबसे अधिक सक्रिय भी थी। इसलिए शैक्षिक भ्रमण करने गई टीम की देखरेख की जिम्मेदारी भी इन्ही पर थी। बाकायदा तीनों बच्चियां हाथ में तिरंगा लिए यात्रा के दौरान सभी बच्चों का उत्साह भी बढ़ा रही थी। बताते है कि ये तीनों सहेलियां बस में किनारे की ओर ही सवार थी। जब बस पलटी तो सबसे अधिक चोट इन तीनों को ही आई।

शुभी
शुभी

बता दें कि बीते मंगलवार को सूरतगंज ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय हरक्का से 40 बच्चों को शैक्षिक भ्रमण के लिए एक निजी बस से लखनऊ के चिड़ियाघर ले जाया गया था। बच्चों की देखरेख में 6 अध्यापक भी गए थे। शाम करीब 4:30 बजे बस बच्चों को लेकर सूरतगंज लौट रही थी।

कामिनी
कामिनी

शाम करीब पौने छह बजे देवा फतेहपुर मार्ग सलारपुर गांव के पास आदर्श कॉलेज के पास बस के सामने अचानक से एक बाइक सवार आ गया। बस ने बाइक को टक्कर मारी व लहराते हुए सड़क के करीब 60 फिट तक घिसटती चली गई और फिर पलट भी गई। बस हादसा होते ही घटनास्थल पर एक दम से चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगो ने बच्चों को बस से निकालना शुरू किया व पुलिस भी मौके पर पहुंची।

हिमांशी
हिमांशी

इस दौरान बस में सवार मोहम्मदपुर खाला थाना इलाके के मदरहा गांव की कामिनी (14), हिमांशी (14), शुभी (14) व बस मालिक के पुत्र असंद्रा के सिद्धौर कस्बा निवासी सूफियान (38) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 6 शिक्षकों समेत 15 अन्य भी घायल हुए। अजय व प्रदीप को नाजुक हालत में जिला अस्पताल से केजीएमयू में रेफर किया गया है। सूचना पर डीएम सत्येंद्र कुमार और एसपी दिनेश कुमार सिंह समेत पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाराबंकी में हुए सड़क हादसे का त्वरित संज्ञान लिया है। उन्होंने मृतक बच्चों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की है। साथ ही घायल बच्चों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के भी निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की भी कामना की है।

सीएम ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि बाराबंकी में हुई सड़क दुर्घटना में बच्चों का निधन अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को घायल बच्चों के समुचित उपचार के लिए निर्देश दिए गए हैं। प्रभु श्रीराम दिवंगत आत्माओं को शांति और घायल बच्चों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।