ऋषिकेश के आईडीपीएल खेल मैदान में डमरु बजाकर उनके चुनावी जनसभा को संबोधित किया, ये उत्साह 19 अप्रैल तक रखना: पीएम

लोकसभा चुनाव 2024 की आचार संहिता लगने के बाद यह दूसरा मौका है जब पीएम मोदी उत्तराखंड पहुंचे हैं। ऋषिकेश के आईडीपीएल खेल मैदान में डमरु बजाकर उनके चुनावी जनसभा को संबोधित भी किया।

 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं जब भी उत्तराखंड आता हूं पुरानी यादें भी ताज़ा करता हूं। पीएम के संबोधन शुरू करते ही मोदी-मोदी के नारे भी गूंजने लगे। जिस पर प्रधानमंत्री मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा कि तमिलनाडु में भी लोग कह रहे फिर एक बार मोदी सरकार।

 

ये उत्साह 19 अप्रैल तक रखना: पीएम

कहा कि देश मे ऐसी सरकार है जिसने 10 वर्ष कई काम किए। आतंकियों को घर में घुस कर मारा जाता है। ये मोदी की मजबूत सरकार भी है। महिलाओं को लोक और विधानसभा में आरक्षण भी दिया। वन रैंक वन पेंशन का लाभ भी दिया। उत्तराखंड में भी 3.5 करोड़ से अधिक पूर्व सैनिकों को भी मिला है।

 

संबोधन के दौरान मोदी-मोदी के नारे लगने पर पीएम ने कहा कि ये उत्साह 19 अप्रैल तक भी रखना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मोदी सरकार ना होती तो वन रैंक वन पेंशन कभी लागू ही ना होता। कांग्रेस की कमजोर सरकार सीमा पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर भी नहीं बना पाई। आज सीमाओं पर सड़कें भी चकाचक हैं।

 

पीएम ने कहा कि पर्यटन व चारधाम यात्रा का उत्तराखंड को विकसित करने में भी बड़ा योगदान है। कहा कि पर्यटकों का उत्तराखंड में पहुंचना आसान भी होना चाहिए। इसके लिए रोड कनेक्टिविटी को बढ़ाई जा रही है।

 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यहां ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन पर तेजी से भी काम हो रहा है। दिल्ली से देहरादून की दूरी भी सिमट रही है। उत्तराखंड के सीमावर्ती गांव को कांग्रेस अंतिम गांव भी कहती थी, हमने उसे पहला गांव बनाकर विकास भी किया है।

 

आदि कैलाश के लिए हेलिकॉप्टर सेवा भी शुरू हो गई है। चारधाम यात्रा को भी सुगम बनाने की ओर सरकार काम भी कर रही है। यह सब इसलिए हो रहा बीजेपी की नियत सही है। जब नियत सही होती है तो नतीजे भी सही। केदारनाथ में श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ रही है।

 

बीते साल 55 लाख तीर्थयात्री यहां पहुंचे। मानसखंड में आदि कैलाश व ओम पर्वत की यात्रा पर भी यात्रियों की संख्या बढ़ ही रही है। पर्यटन बढ़ने का मतलब है रोजगार का भी बढ़ना। उत्तराखंड में हो रहे विकास में अब पलायन की जड़ों को भी बीते दिनों बात बताया गया है। उत्तराखंड के नौजवानो ने स्टार्टअप भी शुरू किए। यहां बेटियां भी आगे बढ़ रही हैं।