आम चुनाव के दौरान नेताओं का ड्रेस कोड बदल गया, रंगीन कुर्ते व ब्रह्मकमल वाली पहाड़ी टोपी ने ले ली जगह; प्रधानमंत्री ने बदला ड्रेस कोड का ट्रेंड

आम चुनाव के दौरान नेताओं का ड्रेस कोड भी बदल गया है। गांधी टोपी व सफेद कुर्ते की जगह अब रंगीन कुर्ते व ब्रह्मकमल वाली पहाड़ी टोपी ने ले ली है। भगवा गमछे की डिमांड भी चुनावों से पहले ही बढ़ गई है। नामांकन से लेकर चुनाव प्रचार में यही ड्रेस कोड प्रत्याशियों व युवा नेताओं में ट्रेंड भी कर रहा है।

 

उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से ही गांधी आश्रम में खादी उत्पादों की बिक्री में भी इजाफा हो गया है। सदर बाजार स्थित गांधी आश्रम में खादी वस्त्रों की बिक्री में 25 फीसदी से 30 फीसदी बढ़ गई है। रंगीन खादी कुर्ता-पायजामा और पहाड़ी टोपी हाथोहाथ ही बिक रही है। गांधी आश्रम के प्रबंधक प्रमोद कुमार भट्ट ने बताया कि लोग सफेद कुर्ते की जगह अब रंगीन व भगवा कुर्ते की मांग भी कर रहे हैं।

 

भगवा रंग के कुर्ते, गमछे की मांग सबसे ज्यादा भी है। पारंपरिक सफेद टोपी की जगह पहाड़ी ब्रह्माकमल वाली टोपी अब ज्यादा डिमांड में है। इन दिनों 20 टोपी से 30 टोपी और 10 कुर्ते से 20 कुर्ते रोजाना ही बिक रहे हैं। उन्होंने बताया कि ब्रह्मकमल वाली खादी की टोपी की कीमत 350 रुपये और खादी के कुर्ते व सदरी की कीमत 600 रूपये से 800 रुपये तक है।

गांधी टोपी व सफेद कुर्ता पायजामा एक समय में नेताओं की पहचान हुआ करता था लेकिन पिछले दिनों उत्तराखंड के दौरे पर आए पीएम मोदी ने ब्रह्मकमल वाली पहाड़ी टोपी पहनी थी। इसके अलावा गणतंत्र दिवस पर भी प्रधानमंत्री मोदी इसी टोपी में नजर आए थे। इससे पूरे देश में उत्तराखंड की ब्रह्माकमल वाली टोपी को अलग ही पहचान मिली है। कुर्ते में भी अब युवाओं को भगवा रंग पसंद बन गया है।