आगामी 01 मार्च से शुरू हो रहे “आपरेशन मुक्ति” अभियान के दृष्टिगत एसएसपी देहरादून ने ली एण्टी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की मीटिंग।

मासूम चेहरों पर मुस्कान बिखेरने को तैयार दून पुलिस।

अभियान के दौरान बाल भिक्षावृति तथा बाल श्रम के उन्मूलन के लिए ठोस प्रयास करने के प्रभारी AHTU को दिये निर्देश

लोगों को भिक्षा न देने के लिए जागरूक करने तथा भिक्षा वृति में लिप्त बच्चों की शिक्षा के लिए उनके परिजनों को प्रेरित करने हेतु किया निर्देशित।

01 मार्च 2024 से शुरू हो रहे “आपरेशन मुक्ति” अभियान के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा पुलिस कार्यालय देहरादून में एण्टी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट टीम की मीटिंग ली गई। मीटिंग में आगामी अभियान के दौरान बाल-भिक्षावृत्ति और बालश्रम पर प्रभावी रोकथान, बच्चों के साथ होने वाले अपराधों, जनता द्वारा भिक्षावृत्ति को बढावा न दिये जाने के सम्बन्ध में जागरूकता और भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को शिक्षा के लिये प्रेरित करने और उनके पुनर्वास के लिये सम्बन्धित विभागो से समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्यवाही करने सम्बन्धित बिंदुओं पर चर्चा कर एएचटीयू प्रभारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये गये।

“आपरेशन मुक्ति” अभियान के दौरान पुलिस द्वारा दो चरणों में कार्यवाही की जायेगी, जिसमें प्रथम चरण में भिक्षावृत्ति, कूडा बिनने व अन्य बाल श्रमों में लिप्त बच्चों के सत्यापन और चिन्हिकरण की कार्यवाही की जायेगी, साथ ही भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को भिक्षावृत्ति से हटाकर  उनके अभिभावकों की काउंसलिंग कर बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रेरित किया जायेगा तथा आगामी शिक्षा सत्र के प्रारम्भ होने पर उक्त बच्चो को स्कूलों में दाखिला कराया जायेगा।

अभियान के दूसरे चरण में समस्त स्कूल/कालेजों, सार्वजनिक स्थानों, महत्वपूर्ण चौराहों, धार्मिक स्थलों आदि पर भिक्षा न दिये जाने के सम्बन्ध में बैनर पोस्टर, पम्पलेट, नुक्कड नाटक, शार्ट मूवीज और सोशल मीडिया आदि के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाकर आम जन को जागरूक किया जायेगा। साथ ही बच्चों के पुन: भिक्षावृत्ति अथवा किसी प्रकार के बालश्रम में लिप्त पाये जाने पर उनके माता पिता व अन्य सम्बन्धितों के विरूद्ध नियमानुसार अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।