सरकारी फरमान क्या सिर्फ जनता के लिए ही है, नो पार्किंग में एसडीएम की गाड़ी पार्क
हल्द्वानी में डीएम की ओर से बनाई गई कमेटी ने शहर में नो पार्किंग जोन भी बनाए थे। यहां वाहन खड़ा करने पर कार्रवाई की भी बात कही गई थी। दो दिन परिवहन व पुलिस ने अभियान चलाकर चालान भी काटे। वहीं इन नो पार्किंग जोन में अधिकारियों के वाहन भी खड़ा हो रहे हैं। एंबुलेंस भी यहीं पर खड़ी की जा रही है। ऐसे में जब अधिकारी ही डीएम के आदेशों का पालन ही नहीं करेंगे तो आम जनता से प्रशासन कैसे इन नियमों का पालन भी करवाएगा।
डीएम की ओर से बनी कमेटी ने तहसील, एसडीएम कोर्ट और कोतवाली सहित कई जगह नो पार्किंग जोन घोषित किए थे। बाकायदा यहां बोर्ड लगाए गए। एक सप्ताह पूर्व डीएम ने इन नो पार्किंग जोन का निरीक्षण भी किया। परिवहन व पुलिस को यहां खड़े होने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। उधर परिवहन व पुलिस ने कई चालान भी काटे।
बीते मंगलवार को एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने नो पार्किंग जोन में खड़े 4 थानाध्यक्षों के सरकारी वाहनों के चालान भी कटवाए। इसके बाद पुलिस के वाहन नो पार्किंग जोन में ही नहीं दिखाई दिए। उधर बीते बुधवार को एसडीएम कोर्ट के सामने एसडीएम का वाहन ही नो पार्किंग जोन में खड़ा दिखाई दिया। जब ये वाहन यहां खड़ा हुआ तो कई और वाहन इसके अगल-बगल भी खड़े हो गए।
कोतवाली के ठीक सामने सड़क पर प्राइवेट वाहन भी खड़े रहे। उधर तहसील के सामने एंबुलेंस सहित कई वाहन भी खड़े रहे। न तो परिवहन विभाग ने न ही पुलिस ने इन वाहनों का चालान भी किया। नगर निगम के सामने भी निगम के सरकारी वाहन खड़े ही रहे। अब सवाल उठ रहे हैं कि जब प्रशासन, निगम के अधिकारी ही डीएम के आदेशों का पालन नहीं करेंगे तो कैसे जनता इन नियमों का पालन ही करें।
ये हैं नो पार्किंग जोन-
तहसील, एसडीएम कोर्ट, कोतवाली समेत शहर की कई सड़कें नो पार्किंग जोन घोषित किए गए व इसके बोर्ड भी लगाए गए।
ताक पर है नियम-
बीते बुधवार को एसडीएम कोर्ट के सामने एसडीएम का वाहन नो पार्किंग जोन में खड़ा ही दिखाई दिया। इसे देख कई वाहन और भी खड़े कर दिए गए।