विभिन्न ब्रांड की शराब की करीब 9 हज़ार पेटियां बरामद। सवालों के घेरे में आबकारी विभाग, उत्तराखंड कांग्रेस ने लगाया आरोप

देहरादून। लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र निर्वाचन आयोग व पुलिस की गठित टीमें भी कड़ी चौकसी बरत रही है। जिलों के अलावा उत्तराखंड की सीमाओं पर भी पैनी नज़र रखी जा रही है। अब तक चेकिंग के दौरान उत्तराखंड में करोड़ों की नगदी के अलावा भारी मात्रा में शराब भी जब्त की जा चुकी है। लेकिन सतपुली का ताजा मामला इस समय चर्चाओं में है। यहां श्रीराम एग्रीकल्चर बॉटलिंग प्लांट में करीब 9 हज़ार विभिन्न ब्रांड के शराब की पेटियां पकड़ी गई हैं। हैरानी की बात ये है कि जिस बॉटलिंग प्लांट में शराब का जखीरा पकड़ा गया है उसका लाइसेंस ही रिन्यू नहीं हुआ है। ऐसे में आबकारी विभाग भी सवालों के घेरे में है। कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने इसके लिए सीधे तौर पर आबकारी कमिश्नर को ही जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें सस्पेंड करने की मांग भी चुनाव आयोग से की है। साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि बीजेपी प्रत्याशी शराब के सहारे चुनाव जीतना चाहते हैं। उनका आरोप है कि यह पूरी शराब बड़े अधिकारियों की देखरेख के बगैर यहां तक पहुंच ही नहीं सकती है। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच करने की मांग भी की है।

कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने सोशल मीडिया में एक वीडियो के जरिए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गोदियाल के अनुसार उनको श्रीराम एग्रीवेंचर बॉटलिंग प्लांट में भारी मात्रा में शराब पहुंचने की जानकारी भी मिली थी। जिसकी सूचना उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी को भी दी। साथ ही कांग्रेस प्रदेश महासचिव कवींद्र इस्टवाल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता बॉटलिंग प्लांट में पहुंचे और अधिकारियों से बॉटलिंग प्लांट को सील करने की भी मांग की। इस्टवाल का कहना है कि बॉटलिंग प्लांट में स्टॉक रजिस्टर नहीं था। कई बार कहने के बाद भी स्टाक रजिस्टर को नहीं दिखाया गया। बल्कि यह कहा गया कि स्टॉक रजिस्टर प्लांट में उपलब्ध ही नहीं है। सवाल यह है कि जब बॉटलिंग प्लांट का लाइसेंस रिन्यू ही नहीं हुआ तो फिर वहां शराब पहुंची कैसे और पहुंचाई किसने? इसकी जांच होनी चाहिए व जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी होनी चाहिए। उनका आरोप है कि यह शराब चुनाव को प्रभावित करने के लिए ही मंगाई गई है। बीजेपी शराब से चुनाव में माहौल को खराब करना चाहती है। साथ ही शराब पिलाकर युवाओं का भविष्य को भी बर्बाद करना चाहती है।

 

जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेशानुसार थाना सतपुली से मौके पर टीम सहित थानाध्यक्ष दीपक तिवारी पहुंचे। आबकारी निरीक्षक मानवेन्द्र सिंह पवार ने मौके पर पहुंचकर प्लांट का निरीक्षण भी किया। वहां स्टाक रजिस्टर को उपलब्ध नहीं पाया गया। आबकारी निरीक्षक ने बताया कि प्लान्ट के सभी अनुज्ञापन को भी रिन्यू नहीं हुए हैं।

वहीं एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह के निर्देश पर सीओ पोड़ी अनुज कुमार ने फैक्ट्री को भी सील कर दिया है। एफएसटी टीम से सेक्टर मजिस्ट्रेट वीरेंद्र सिंह सजवान ने बताया कि, प्राप्त शराब की सूची निर्वाचन आयोग को भी भेज दी गई है, लेकिन मौके पर स्टॉक रजिस्टर उपलब्ध नहीं हो पाया, जिस वजह से प्राप्त सूचना के अनुसार गड़बड़ी का पता ही नहीं चल पाया।

आबकारी इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह पंवार ने कहा कि फैक्ट्री रिन्यूअल न होने पर बंद ही है I जिससे मैनेजर की उपलब्धता न होने के कारण स्टॉक रजिस्टर भी उपलब्ध नहीं हो पाया।

मैनेजर को नोटिस भेज कर स्टॉक रजिस्टर को मंगवाया जाएगा। सीओ पौड़ी अनुज कुमार ने मौके पर पहुंचकर आबकारी इंस्पेक्टर को स्टॉक रजिस्टर मंगवाने के निर्देश भी दिए।

निर्वाचन आयोग के आदेश पर आज शुक्रवार सुबह थानाध्यक्ष सतपुली दीपक तिवारी ने फैक्ट्री के मुख्य गेट पर गार्ड्स की तैनाती भी कर दी है।

वहीं इस पूरे घटना क्रम पर गढ़वाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने बीजेपी पर आरोप लगाया की, वह शराब के बलबूते चुनाव प्रभावित करना चाहते हैं I उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा 11 अप्रैल से ही इस संबंध में स्थानीय प्रशासन को शिकायत कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन उनकी शिकायत पर कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा है।

 

ये है बरामद शराब