उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दूसरे दिन आज धामी सरकार विधानसभा के पटल पर वित्तीय वर्ष 2024-2025 के लिए बजट रखेगी।

उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दूसरे दिन आज धामी सरकार विधानसभा के पटल पर वित्तीय वर्ष 2024-2025 के लिए बजट रखेगी। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पेश हो रहे इस बजट का आकार करीब 90 हजार करोड़ तक का भी हो सकता है।

बजट सत्र गैरसैंण में न कराए जाने से नाराज पूर्व सीएम हरीश रावत ने विधायकों, पूर्व मंत्रियों और कार्यकर्ताओं के साथ गांधी पार्क में करीब 1 घंटे का मौन उपवास भी किया। उन्होंने कहा कि सत्र को गैरसैंण में न कर बीजेपी राज्य निर्माण भावना का अपमान भी कर रही है। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि बजट सत्र को गैरसैंण में करने का निर्णय विधानसभा के संकल्प के रूप में भी लिया गया था। लेकिन, बीजेपी की सरकार ने बजट सत्र वहां न कर उत्तराखंड की जनता व राज्य निर्माण की भावना का अपमान भी किया है। साथ ही यह उत्तराखंड के शहीदों का अपमान है। कहा कि उनकी सरकार ने विधानसभा भवन सहित कई आधारभूत ढांचे का निर्माण वहां किया था।

विधानसभा सत्र का आज मंगलवार को दूसरा दिन है। सत्र शुरू हो गया, जिसमें अभी तो प्रश्नकाल चल रहा है। कल 28 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव भी लाया जाएगा। 29 को विभागवार अनुदान मांगों पर भी चर्चा होगी।

विधानसभा सत्र के दौरान पेश होने वाला धामी सरकार का बजट सशक्त उत्तराखंड पर भी केंद्रित होगा। प्रदेश सरकार 2025 तक उत्तराखंड को देश के सबसे अग्रणी राज्यों में भी शामिल कराने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर सरकार बजटीय प्रावधान व नई योजनाओं का स्वरूप निर्धारित भी करेगी।

वित्तीय वर्ष 2023-2024 में प्रदेश सरकार ने 77,407.08 करोड़ रुपये का बजट को पेश किया था, जिसमें 52,747 करोड़ राजस्व व्यय व 24,659.37 पूंजीगत व्यय का प्रावधान रखा गया था। अनुपूरक बजट को शामिल करते हुए बजट का आकार 88,571.94 करोड़ रुपये तक भी पहुंच गया।

उत्तराखंड की विधानसभा के बजट सत्र के दौरान 24 साल में पहली बार प्रदेश सरकार आज मंगलवार को भोजनावकाश से पहले 12.30 बजे विधानसभा में बजट को पेश करेगी। वित्त व संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया, सरकार नई परंपरा को शुरू करने जा रही है।

अभी तक विधानसभा के पटल पर भोजनवकाश के बाद शाम 4 बजे बजट पेश करने की परंपरा रही है, लेकिन इस बार यह परंपरा भी टूटेगी। सत्र की शुरुआत प्रश्नकाल से होगी। इसके बाद सरकार पटल पर वित्तीय वर्ष 2024-2025 के लिए बजट रखेगी।

इसके बाद राज्यपाल के बजट अभिभाषण पर चर्चा भी शुरू हो जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, बजट का आकार 89 हजार करोड़ से 90 हजार करोड़ रुपये तक का हो सकता है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पेश हो रहे इस बजट के लोकलुभावन होने की संभावना जताई जा रही है।