बोर्ड परीक्षाएं कराए या फिर शिक्षिकाओं के विवाद निपटाए, चर्चा में जीजीआईसी; 5वीं बार पहुंची टीम शिक्षिका का पक्ष जानने

जीजीआईसी हल्द्वानी इस समय चर्चा में बनी है। एक मामला अनुशासनहीनता को लेकर है तो वही दूसरा 2 शिक्षिकाओं के बीच के विवाद का हो रहा है। एक ओर बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां भी चल रही हैं तो वही दूसरी ओर यहां शिक्षाधिकारी मामले की जांच में जुटे हैं।

 

पहला मामला बीते दिसंबर माह का है। तब बीईओ ने सीईओ को विद्यालय में अनुशासनहीनता व अव्यवस्था को लेकर पत्र लिखा था। इस पर 3 सदस्यीय जांच समिति भी बनाई गई। समिति अब तक प्रधानाचार्या और स्कूल स्टाफ के साथ ही बच्चों के भी बयान ले चुकी है। बीते शुक्रवार को टीम फिर पहुंची और संबंधित शिक्षिका का पक्ष भी जानना चाहा लेकिन जवाब ही नहीं मिल सका।

समिति से मिली जानकारी के अनुसार, बीते 22 दिसंबर से अब तक टीम 5 बार 22 दिसंबर, 23 दिसंबर और 29 दिसंबर, 18 जनवरी और 23 फरवरी को संबंधित शिक्षिका का पक्ष को जानने पहुंची, लेकिन जवाब नहीं मिल सका है। अब समिति ने शिक्षिका को अगली तिथि पर जवाब देने के लिए भी बुलाया है। हालांकि तत्कालीन बीईओ की ओर से पहले की आख्या अपर निदेशक को पहले भेजी जा चुकी है। बीईओ अंशुल बिष्ट ने बताया कि यह मामला अनुशासनहीनता का ही है, जिसमें अब संबंधित शिक्षिका का बयान भी लेना है। उम्मीद है कि जल्द जांच पूरी भीं हो जाएगी।

 

जीजीआईसी में दूसरा मामला कुछ दिन पूर्व ही 2 शिक्षिकाओं के बीच के विवाद का है जो वायरल भी हुआ है। इसकी जांच के लिए एडी माध्यमिक कुमाऊं के निर्देश पर 3 सदस्यीय कमेटी भी गठित की गई है। इनमें मुख्य शिक्षाधिकारी, वित्त अधिकारी विद्यालयी शिक्षा और प्रधानाचार्य जीजीआईसी रामनगर भी शामिल हैं।

मुख्य शिक्षाधिकारी नैनीताल जगमोहन सोनी ने बताया की जांच करने को लेकर पत्र भी मिला है। इस समय बोर्ड परीक्षा की तैयारियां भी चल रही हैं, आने वाले दिनों में प्रकरण की जांच भी की जाएगी।