बीजेपी अगले 100 दिन इस नारे के साथ करेंगे अपना चुनाव प्रचार, विपक्ष की तू- तू, मैं-मैं में न फंसने की भी नसीहत
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शीर्ष नेताओं का मंत्र लेकर उत्तराखंड के 250 प्रतिनिधि विकसित भारत के लिए मोदी फिर से, का नारा बुलंद करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का प्रेरित भी करेंगे। अगले 100 दिनों में बीजेपी के हर नेता, पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता के पास सबसे मुख्य कार्य भी होगा कि वे केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के हर लाभार्थी तक भी पहुंचें । साथ ही फर्स्ट टाइम वोटर यानी नव मतदाता तक अपनी पहुंच बनाएं ताकि उन्हें केंद्र की बीजेपी नीत राज सरकार की उपलब्धियों और भावी संकल्पों के बारे में भी जागरूक कर सकें।
लोकसभा चुनाव की दृष्टि से काफी अहम मानी जाने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र भट्ट चुनावी कार्ययोजना लेकर लौटेंगे। नई दिल्ली में मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के अलावा पार्टी के मोर्चों, सोशल मीडिया और मीडिया से जुड़े पदाधिकारियों को भी काम और निर्देश भी दे दिए गए हैं कि चुनाव में उन्हें मतदाता को बीजेपी से जोड़ने के लिए क्या करना है।
इसका खुलासा प्रदेश पार्टी नेतृत्व उत्तराखंड पहुंच कर ही करेगा। सूत्रों के मुताबिक बैठक से इतर केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष से पांचों लोस सीटों पर बदली हुई राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों में पार्टी प्रत्याशी और चुनावी रणनीति पर फीड बैक भी लिया।
अलग-अलग बैठकों और मंत्रणाओं सभी प्रतिनिधियों को यह नसीहत दी गई है कि वे अगले 100 दिन विपक्ष की तू- तू, मैं-मैं की तकरार में भी नहीं फंसेंगे। 10 वर्ष में केंद्र सरकार की उपलब्धियां पार्टी का मुख्य चुनावी हथियार भी होगा।
लोकसभा चुनाव में लाभार्थी योजना से क्या बदला, अनुच्छेद 370 हटाया, अयोध्या में राम मंदिर, कर्तव्यपथ, नई संसद, तीन तलाक, वन रैंक वन पेंशन, विदेश नीति, दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था के मुद्दों पर भी प्रचार करेगी।
शीर्ष नेताओं के निर्देश के बाद पार्टी का हर नेता और कार्यकर्ता प्रत्येक 30 दिन में अपने आसपास के हर बूथ में जाएगा और पन्ना प्रमुख से भी मिलेगा।
प्रदेश में पार्टी ने दूसरे दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्टी में शामिल करने का जो अभियान शुरू किया है, उसमें तेजी भी आएगी। पार्टी जनाधार वाले नेताओ के साथ अब अपने समाज, समुदाय, संगठन में प्रभाव भी रखने वाले लोगों को पार्टी में शामिल कराएगी।
दूसरी तरफ पांचों लोकसभा सीटों पर 35 दावेदारों के नामों पर दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भी चर्चा हुई। हरिद्वार लोकसभा सीट से हरीश रावत 2009 में सांसद रह चुके हैं। इसके बाद लगातार 2 बार से बीजेपी इस सीट पर अजेय रही है। हरिद्वार से टिकट को लेकर ना-ना करते हुए हरीश रावत की इस सीट पर दावेदारी चौंकाने वाली ही है। बेटे वीरेंद्र रावत ने भी पिता के साथ इस सीट पर दावेदारी पेश भी की है।
वहीं सूत्रों के मुताबिक, अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सीट पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को प्रबल दावेदार भी माना जा रहा था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से ही हाथ खड़े कर दिए हैं। बताया जा रहा कि ऐसा उन्होंने इस लोकसभा का बड़ा दायरा होने के साथ ही यहां लंबे समय से सक्रिय न होने के आधार पर भी किया है।
वहीं, पार्टी टिहरी में प्रीतम सिंह, पौड़ी में गणेश गोदियाल, नैनीताल लोकसभा सीट पर करन माहरा को भी मैदान में उतारने पर विचार भी कर रही है। बीते शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक भगत चरण दास की अध्यक्षता में हुई, जिसमें प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, सदस्य यशोमती ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के बीच 35 दावेदारों पर भी चर्चा हुईं।