प्रदेश की इस सीट पर बेहद दिलचस्प होगा लोकसभा चुनाव, 2 पूर्व सीएम को भी यहाँ करना पड़ा था हार का सामना

देहरादून I नैनीताल-ऊधम सिंह नगर लोकसभा सीट पहाड़ व मैदान को अपने में ही समेटे हुए है। पिछले 2 चुनाव से ही बीजेपी का इस सीट पर कब्जा है। साल 2019 का चुनाव जीतने वाले अजय भट्ट वर्तमान समय में केंद्रीय रक्षा व पर्यटन राज्यमंत्री है। अब थोड़ा और अतीत में उतरते हैं।

 

3 पूर्व मुख्यमंत्री भी इस सीट से किस्मत को आजमा चुके हैं। इनमें 2 को कांग्रेस तो 1 चेहरे को बीजेपी ने चुनाव मैदान में उतारा था। कांग्रेस के टिकट पर महासमर में उतरने वाले दिग्गज नेता एनडी तिवारी व हरीश रावत को हार का भी सामना करना पड़ा था। जबकि, बीजेपी से भगत कोश्यारी जो उत्तराखंड के दूसरे मुख्यमंत्री रहे, साल 2014 का जनादेश उनके पक्ष में ही रहा।

 

अविभाजित उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री रहे एनडी तिवारी ने साल 1991 और उत्तराखंड में मुख्यमंत्री रहे हरीश रावत ने साल 2019 में इस सीट से चुनाव भी लड़ा था। दोनों बार बाजी बीजेपी ने ही मारी थी।

 

इस संसदीय सीट की भौगोलिक परिस्थितियां तो यूं हैं कि उम्मीदवार को प्रचार के लिए सरपट दौड़ने वाले हाईवे भी मिलते हैं तो वही पर्वतीय क्षेत्र की पगडंडियों से गुजरकर वोट भी मांगने पड़ते हैं। सबसे दिलचस्प साल 1991 का लोकसभा चुनाव में रहा। उस वक्त कांग्रेस के टिकट पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी चुनाव मैदान में थे। उनके सामने तब बीजेपी ने युवा बलराज पासी को मैदान में भी उतारा। युवा बलराज पासी, एनडी तिवारी पर ही भारी पड़े और इतिहास ही रच डाला।

 

अलग राज्य बनने के बाद उत्तराखंड में हुए पहले विधानसभा चुनाव में जीत मिलने पर कांग्रेस ने एनडी तिवारी को यहां 5 वर्ष तक मुख्यमंत्री की कमान सौंपी थी। इसके बाद साल 2014 में बीजेपी ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके भगत सिंह कोश्यारी को इस लोकसभा क्षेत्र से चुनावी चेहरा भी बनाया।

 

अपने अलग अंदाज से चर्चित रहने वाले भगत सिंह कोश्यारी ने कांग्रेस के केसी सिंह बाबा को शिकस्त भी दी थी। साल 2014 से साल 2017 तक उत्तराखंड के सीएम रहे हरीश रावत ने साल 2019 में यहां भाग्य भी आजमाया, मगर बीजेपी के अजय भट्ट ने 3 लाख से भी ज्यादा वोटों के अंतर से उन्हें हरा ही दिया।