प्रत्याशियों की परीक्षा लेकिन मंत्री और विधायकों को भी होना होगा पास, इन पर भी है पार्टी का खास ध्यान

लोकसभा चुनाव की पांचों सीटों पर बीजेपी के पांचों प्रत्याशियों के साथ सरकार के मंत्रियों व पार्टी विधायकों का भी इम्तिहान है। परीक्षा उन पूर्व विधायकों की भी है, जो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं। चुनाव में पार्टी यह देखेगी कि बीजेपी में आने के बाद पूर्व विधायकों ने पार्टी प्रत्याशियों को कितना फायदा दिलाया।

 

हालांकि, बीजेपी पांचों सीटों पर अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रही है और उसने हर सीट पर 75 प्रतिशत वोट का लक्ष्य भी हासिल किया है, लेकिन वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव की तुलना में पार्टी का यह लक्ष्य काफी बड़ा भी है। वर्तमान में पार्टी के 47 विधायक भी हैं। इनमें 7 धामी सरकार में मंत्री हैं। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने इन विधायकों की चुनाव सक्रियता व प्रदर्शन की परख करने के लिए पर्यवेक्षक लगाया है।

 

परीक्षा तो सातों मंत्रियों की भी है। अकेले गढ़वाल संसदीय क्षेत्र से सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत व सुबोध उनियाल पर पार्टी प्रत्याशी को अपने चुनाव क्षेत्र व उसके बाहर बढ़त दिलाने का दारोमदार है। हरिद्वार सीट पर प्रेमचंद अग्रवाल व  टिहरी सीट पर गणेश जोशी, अल्मोड़ा सीट पर रेखा आर्य तो नैनीताल सीट पर सौरभ बहुगुणा के दमखम की परीक्षा होगी।

 

टिहरी संसदीय सीट की 14 में से 11 सीटों पर बीजेपी के विधायक हैं। चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के साथ ही इन 11 विधायकों का इम्तिहान है। बीजेपी ने अपने सभी विधायकों को विधानसभा चुनाव से अधिक वोट पार्टी प्रत्याशी को दिलाने का लक्ष्य भी दिया है। पुरोला में पूर्व विधायक मालचंद, गंगोत्री में विजय पाल सिंह सजवाण व टिहरी दिनेश धनै के बीजेपी में शामिल होने के बाद उनके दमखम को परखा जाएगा। तीनों से पार्टी को 60 फीसदी से 80 फीसदी तक मत हासिल होने की उम्मीद है।

 

टिहरी सीट में बीजेपी विधायक और मत प्रतिशत

पुरोला दुर्गेश्वर लाल 53.95
गंगोत्री सुरेश सिंह चौहान 49.66
घनसाली शक्ति लाल शाह 42.09
टिहरी किशोर उपाध्याय 42.28
धनोल्टी प्रीतम पंवार 4.22
विकासनगर मुन्ना सिंह चौहान 50.04
सहसपुर सहदेव सिंह पुंडीर 50.86
रायपुर उमेश शर्मा काऊ 60.15
राजपुर रोड खजानदास 53.62
देहरादून कैंट सविता कपूर 59.16
मसूरी गणेश जोशी 54.49

 

गढ़वाल संसदीय सीट पर बीजेपी के 13 विधायक हैं। बदरीनाथ सीट कांग्रेस के पास ही थी। विधायक राजेंद्र भंडारी के इस्तीफे के बाद बदरीनाथ सीट अब खाली हो गई है। भंडारी अब बीजेपी में हैं। चुनाव में बनी यह परिस्थितियां बीजेपी के पक्ष में तो है, लेकिन कहीं न कहीं हर विधायक पर अपने-अपने चुनाव क्षेत्र में वर्ष 2022 के चुनाव से बेहतर प्रदर्शन का दबाव है। पार्टी ने उन्हें चुनाव क्षेत्र में बढ़त दिलाने का लक्ष्य भी दिया है। संसदीय सीट में चौबट्टाखाल सीट पर कांग्रेस के टिकट पर लड़े केसर सिंह नेगी, श्रीनगर से यूकेडी से लड़े मोहन काला, पौड़ी से नवल किशोर, यमकेश्वर से शैलेंद्र सिंह रावत, केदारनाथ में कुलदीप सिंह रावत भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। उनके आने से पार्टी के वोट प्रतिशत में कितनी बढ़ोतरी हुई, यह देखा भी जाएगा। लैंसडौन में कांग्रेस से चुनाव लड़ी अनुकृति गुसाईं पार्टी छोड़ चुकी हैं।

 

गढ़वाल सीट पर बीजेपी विधायक और मत प्रतिशत

थराली भूपाल राम टम्टा 51.66
कर्णप्रयाग अनिल नौटियाल 49.01
केदारनाथ शैला रानी रावत 36.04
रुद्रप्रयाग भारत सिंह चौधरी 46.78
देवप्रयाग विनोद कंडारी 36.11
नरेंद्रनगर सुबोध उनियाल 47.63
यमकेश्वर रेनू बिष्ट 58.98
पौड़ी राजकुमार पौड़ी 52.60
श्रीनगर डॉ. धन सिंह रावत 45.55
चौबट्टाखाल सतपाल महाराज 58.72
लैंसडौन दिलीप सिंह रावत 59.18
कोटद्वार ऋतु खंडूड़ी भूषण 41.58

 

हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में 14 विधानसभा सीटें भी हैं। इनमें से 6 सीटों पर बीजेपी के विधायक हैं। इन सीटों में धर्मपुर सीट पर निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे कांग्रेस के दिनेश अग्रवाल अब बीजेपी में हैं। इसी तरह ऋषिकेश में चुनाव लड़े कनक धनै भी बीजेपी में हैं। इस सीट पर पार्टी के कई पूर्व विधायकों का इम्तिहान होगा। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव बीजेपी को सबसे अधिक नुकसान हरिद्वार जिले में ही हुआ था। चुनाव में घटकर 3 सीटें रह गईं। वर्ष 2017 में बीजेपी के पास 11 में 8 सीटें थीं। इस लिहाज से हरिद्वार लोस में बीजेपी को जिताने का दारोमदार सिर्फ विधायकों का ही नहीं, पूर्व विधायकों का भी है।

 

हरिद्वार संसदीय सीट की 14 विस सीटों में से बीजेपी के पास 6 सीटें हैं। वर्ष 2022 के लोस चुनाव में बीजेपी को इस चुनाव क्षेत्र में खास कर हरिद्वार जिले नुकसान हुआ था।

धर्मपुर विनोद चमोली 49.25
डोईवाला बृज भूषण गैरोला 57.12
हरिद्वार मदन कौशिक 55.45
बीएचईएल रानीपुर आदेश चौहान 50.61
रुड़की प्रदीप बतरा 48.21
ऋषिकेश प्रेमचंद अग्रवाल 50.04

 

अल्मोड़ा पिथौरागढ़ संसदीय सीट पर भी पार्टी प्रत्याशी के साथ पार्टी के 9 विधायकों की प्रतिष्ठा भी दांव पर होगी। इस संसदीय सीट में चंपावत सीट से सीएम पुष्कर सिंह धामी भी सदस्य हैं। सभी विधायकों पर अपने-अपने चुनाव क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी को बढ़त दिलाने का दबाव भी है।

डीडीहाट बिशन सिंह चुफाल 37.69
गंगोलीहाट फकीर राम 55.65
कपकोट सुरेश गढि़या 48.83
सल्ट महेश जीना 49.95
रानीखेत प्रमोद नैनवाल 50.05
सोमेश्वर रेखा आर्य 52.09
जागेश्व मोहन सिंह 52.04
चंपावत पुष्कर सिंह धामी 92.09
बागेश्वर पार्वती दास 50.70

 

नैनीताल-यूएस नगर में भी बीजेपी के 9 विधायकों का भी इम्तिहान है। इस सीट पर भी विधायकों को वर्ष 2022 की तुलना में बीजेपी को अधिक वोट दिलाने का दबाव रहेगा। पार्टी ने हर सीट ए बी और सी श्रेणी में ही रखा है। इसी कसौटी पर विधायकों का प्रदर्शन भी आंका जाएगा।

लालकुआं डॉ. मोहन सिंह बिष्ट 53.23
भीमताल राम सिंह कैड़ा 38.69
नैनीताल सरिता आर्य 52.19
कालाढुंगी बंशीधर भगत 57.34
जसपुर आदेश सिंह चौहान 43.81
काशीपुर त्रिलोक सिंह चीमा 42.79
गदरपुर अरविंद पांडे 48.49
रुद्रपुर शिव अरोड़ा 45.69
सितारगंज सौरभ बहुगुणा 44.81