पीलीकोठी जगदंबा विहार कॉलोनी में चाय बनाते समय अचानक सिलिंडर फटा, तेज धमाके के साथ फटे सिलेंडर से लगी आग ने 3 मंजिला मकान को अपनी चपेट में ले लिया

पीलीकोठी जगदंबा विहार कॉलोनी में चाय बनाते समय अचानक सिलिंडर ही फट गया। तेज धमाके के साथ फटे सिलेंडर से लगी आग ने 3 मंजिला मकान को अपनी चपेट में ले लिया। घटना से एक महिला भी झुलस गई। 2 बच्चे व 1 महिला सिलिंडर के अवशेष शरीर में लगने से घायल भी हो गईं। घरवालों ने स्थानीय लोगों की मदद से करीब 1 घंटे में आग पर काबू पाया। झुलसी महिला का इलाज भी चल रहा है जबकि 3 घायलों को छुट्टी दे दी गई।

 

पीलीकोठी में जगदंबा विहार कॉलोनी में राम अवतार पाल परिवार के साथ ही रहते हैं। राम अवतार के छोटे बेटे सुभाष पाल ने बताया कि बीते बुधवार को घर में पूजा-पाठ होनी थी। शाम करीब 4:30 बजे परिवार की महिलाएं घर के निचले तल पर बने किचन में चाय बना रही थी कि तभी अचानक से सिलिंडर में आग लग गई। कोई कुछ समझा पाता, इससे पहले ही आग फैलने लगी व कुछ ही देर में जोरदार धमाके के साथ सिलिंडर भी फट गया। सिलिंडर की आग से किचन में रखे फ्रिज का कंप्रेशर ही फट गया। अग्निकांड में सुभाष की भाभी मंजू पाल (35) पत्नी दिनेश पाल बुरी तरह से झुलस गईं। वहीं, रूपा पाल (32) पत्नी हरीश पाल, भांजा आदित्य (12) व पीयूष (8) सिलिंडर के टुकड़े शरीर में लगने से घायल हो गए।

 

महिलाओं व बच्चों की चीखपुकार सुन दौड़े अन्य लोगों ने किसी तरह सभी को बाहर निकालकर मुखानी स्थित निजी अस्पताल में भिजवाया। देखते-देखते आग ने 3 मंजिल भवन को अपनी चपेट में ही ले लिया। आनन-फानन में परिवार के अन्य लोगों ने आग पर काबू भी पाया। आग लगने से लाखों के नुकसान की आशंका भी है। सीएफओ गौरव किरार का कहना है कि घटना की सूचना उन्हें सवा पांच बजे मिली व फौरन टीम मौके पर भी भेज दी गई थी। हालांकि तब तक आग बुझ ही गई थी।

 

सिलिंडर फटने के कारण हुआ धमाका इतना भीषण था कि कॉलोनी में खलबली भी मच गई। धमाके से घर की एक दीवार में भारी दरार के साथ छत की सरिया भी नजर आ गई। गनीमत रही कि दीवार गिरी नहीं वरना जान-माल का नुकसान भी बढ़ सकता था। पीड़ित परिवार ने प्रशासन से मदद की गुहार भी लगाई है।

 

सुभाष ने बताया कि आग लगने से घर में धुंआ भी भर गया। कहा कि उनके पिता हार्ट के मरीज भी हैं। 2 महीने पहले ही उनका हार्ट का ऑपरेशन भी हुआ है। धुंए के कारण उन्हें सांस लेने में दिक्कत भी होने लगी। इसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती भी कराया गया।