धारचूला में बारिश की चेतावनी: पुल बहने से 18 परिवारों में आई संपर्क में बाधा
पिथौरागढ़ और धारचूला में पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में नदी-नाले, गधरे उफान पर हैं। सीमांत जिले में 20 सड़कें बंद है। धारचूला में काली और गोरी नदी चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही हैं। रामगंगा का जलस्तर भी बढ़ गया है। दारमा घाटी के पंचाचूली ग्लेशियर से निकलने वाली न्योला नदी भी उफान पर बह रही है। इसे देखते हुए प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सावधान किया है।
धारचूला क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते तल्ला दारमा के तीजम गाड़़ का जल स्तर बढ़ने से तीजम और वतन तोक को जोड़ने वाली लकड़ी का पैदल पुल बह गया है। पुल बहने से 18 परिवारों का संपर्क टूट गया है। साथ ही 23 स्कूली बच्चों को स्कूल जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। दारमा घाटी के माइग्रेशन ग्राम बोन को जोड़ने के लिए च्युति गाड़ में बना पुल भी बारिश की भेंट चढ़ गया है। इसके चलते गांव के 30 परिवारों का संपर्क मुख्य सड़क से टूट गया है। ग्राम प्रधान उपचिया विसमती देवी और प्रधान बोन सपना बोनाल ने पुल बहने की सूचना एसडीएम को दे दी है।
ग्राम उपचिया के सामाजिक कार्यकर्ता हरेंद्र सिंह ने बताया कि 2018 की आपदा में तीजम और वतन को जोड़ने वाला आरसीसी पुल बह गया था। तब से ग्रामीण प्रशासन से झूलाझूल बनाए जाने की मांग कर रहे थे लेकिन इस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने बताया कि ग्रामीण मानसून सीजन में पुल बह जाने के बाद श्रमदान से पुल तैयार कर आवाजाही कर रहे हैं। कहा कि मानसून सीजन में कई दिनों तक बच्चे स्कूल नहीं जा पाते है। उधर चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क मलबा, बोल्डर आने से पिछले छह दिन से बंद है।
तीजम और वतन में प्रस्तावित झूलापुल के पहले चरण की स्वीकृति मिल चुकी है। उच्च अधिकारियों के स्थलीय निरीक्षण के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। ग्राम बोन में पैदल लकड़ी का पुल बहने की सूचना मिली है। सड़क खुलने के बाद स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा।
गंगोलीहाट में भारी बारिश के बाद शनिवार को जिला मुख्यालय व अन्य क्षेत्रों को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग मलबा आने से नाली नामक स्थान के पास बंद हो गया। एनएच के अवर अभियंता जयप्रकाश ने बताया कि सूचना मिलने सुबह 9 बजे सड़क खोलने के लिए मशीन लगा दी गई है। सड़क बंद होने से पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, टनकपुर, हल्द्वानी जाने वाले यात्री कई घंटे तक नाली नामक स्थान पर में फंसे रहे।
डीडीहाट क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से तहसील के भनड़ा गांव में दिनेश प्रसाद के आवासीय मकान को खतरा हो गया है। मकान के पीछे की पहाड़ी से लगातार मलबा गिर रहा है। दिनेश ने एसडीएम को पत्र सौंपकर मकान के पीछे दीवार बनाने की मांग की है।
थल-मुनस्यारी सड़क हरड़िया के नया बस्ती में पहाड़ी से बोल्डर मलबा आने से 10 घंटे बंद रही। लोनिवि अवर अभियंता कृष्णा पिपलिया ने बताया कि सड़क को आठ बजे यातायात के लिए खोला गया। बताया कि पहाड़ी से लगातार गिर रहे मलबे को तीन-तीन घंटे में हटाना पड़ रहा है। नया बस्ती में 150 मीटर क्षेत्र में लगातार भूस्खलन हो रहा है। सड़क से मलबा हटाने के लिए इस जगह पर एक चैन डोजर तैनात किया है। थल-मुनस्यारी सड़क बनिक के पास भी बंद रही। मुनस्यारी-जौलजीबी सड़क पर सुरिंग बैंड के पास भूस्खलन के चलते शुक्रवार 8:30 बजे सड़क ध्वस्त होने से यातायात बाधित है। शनिवार को जेसीबी से सड़क खोली गई।