गाजियाबाद की ट्रेवल कंपनी आयी रजिस्ट्रेशन फर्जीवाड़े में सामने, दर्ज हुआ अभियोग

चारधाम यात्रा में आये 19 सदस्यीय यात्री दल का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन मिला फर्जी,

  • चारधाम यात्रा में आये 19 सदस्यीय यात्री दल का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन मिला फर्जी,
  • यात्रियों ने गूगल के माध्यम से ट्रेवल कंपनी से संपर्क कर कराया था केदारनाथ धाम का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
  • पुलिस ने यात्रियों को नहीं होने दिया निराश, प्रशासन के सहयोग से यात्रियों की आगे की यात्रा हेतु की गई व्यवस्था
  • पुलिस एंव प्रशासन से मिले सहयोग कि लिये पर्यटक दल ने किया उत्तराखण्ड सरकार का किया शुक्रिया
  • एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर यात्रियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन चैक करने हेतु लगातार चलाया जा रहा चैकिंग अभियान

 

आज दिनांक 22-05-2024 को ऋषिकेश क्षेत्र में बनाये गये अस्थाई चैकिंग सेन्टर में चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन चैक करने के दौरान हैदराबाद, पश्चिम बंगाल, कोलकाता, दिल्ली, कर्नाटका और अन्य राज्यो से आये यात्रियों के 19 सदस्यीय दल के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फर्जी पाये गये, जिनसे जानकारी करने पर यात्रियों द्वारा गूगल के माध्यम से ऑनलाइन ट्रिपी बाबा टूर कम्पनी के जरिये केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए 19 लोगो का टूर बुक कराया, जिसकी एवज में उनके द्वारा 01 लाख 70 हजार रू0 का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से कम्पनी को किया गया था, कम्पनी के अलग-अलग प्रतिनिधियों तरूण वशिंका, श्रुति व अन्य के द्वारा उनसे सम्पर्क कर धाम के दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन की दिनांक 23-05-2024 बतायी गई और उससे सम्बन्धित पी0डी0एफ0 उन्हें व्हाटश्एप के माध्यम से उपलब्ध करायी गयी, परन्तु ऋषिकेश पहुंचने पर उन्हें उक्त ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के फर्जी होने की जानकारी मिली, इस सम्बंध में दल के सदस्य सिन्चन भट्टाचार्य द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर ट्रिपी बाबा टूर कम्पनी, गाजियाबाद के विरूद्व धारा 420, 468, 120 बी भादवि के तहत अभियोप पंजीकृत करते हुए संबंधित टूर एजेंसी के विरुद्ध कार्यवाही के लिए पुलिस टीम रवाना की गई है।

साथ ही केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए आये 19 सदस्यीय दल के यात्रा पूर्ण करने के लिए पुलिस द्वारा आवश्यक व्यवस्थाये सुनिश्चित की गई। देश के अलग-अलग प्रान्तों से पवित्र धामों की यात्रा पर आये श्रद्वालुओं द्वारा पुलिस और प्रशासन से मिले सहयोग के लिये उत्तराखण्ड सरकार का आभार व्यक्त किया गया।