केदारनाथ पहुंचकर स्वेता सिंह कीर्ति ने अपने भाई फिल्म अभिनेता स्व. सुशांत सिंह राजपूत को लेकर कहा कि वह मेरे साथ में हैं, मैं अपने मन से महसूस कर रही हूं कि वह मेरे भीतर मौजूद है, जैसे उसने कभी छोड़ा नहीं
केदारनाथ में पहुंचकर स्वेता सिंह कीर्ति ने अपने भाई फिल्म अभिनेता स्व. सुशांत सिंह राजपूत को लेकर कहा कि वह मेरे साथ में हैं, मैं अपने मन से महसूस भी कर रही हूं कि वह मेरे भीतर ही मौजूद है, जैसे उसने कभी छोड़ा ही नहीं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर केदारनाथ के अनुभव को साझा भी किया है।
बीते शनिवार को फाटा से हेलिकॉप्टर में केदारनाथ धाम पहुंची फिल्म अभिनेता स्व. सुशांत सिंह राजपूत की बहन स्वेता सिंह कीर्ति धाम में ही रो पड़ी। उन्होंने मंदिर परिसर के पीछे दिव्य शिला के नीचे ध्यान लगाया। साथ ही उन्होंने धाम में उस साधु के साथ भी फोटो खींची, जिसके साथ केदारनाथ फिल्म की शूटिंग के दौरान साल 2016 में सुशांत राजपूत ने धाम में फोटो खींचा था।
स्वेता सिंह ने अपनी केदारनाथ यात्रा के बारे में अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फोटो के साथ जानकारी भी दी है। उन्होंने लिखा कि 4 साल पहले 14 जून 2020 को मैने अपने प्रिय भाई सुशांत को खो दिया था। आज, जब केदारनाथ पहुंची तो उसे, यहां हर जगह ही महसूस कर रही हूं।
धाम में पहुंचते ही आंखों से आंसू निकलने लगे, कुछ देर इधर-उधर घूमना भी चाहा पर मन नहीं माना और एक जगह पर ही बैठ गई। मुझे महसूस हो रहा है कि वह मुझे गले लगाने के लिए भी कहा रहा है। मैं, उसी जगह पर ध्यान लगाने बैठी, जहां पर वह भी बैठा था। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने भाई सुशांत राजपूत को लेकर बहुत ही भावुक होकर कई बातें भी लिखी हैं।
स्वेता सिंह कीर्ति के केदारनाथ भ्रमण को लेकर किसी को कोई जानकारी भी नहीं है। उनके केदारनाथ आने की जानकारी तभी लगी, जब उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ये साझा की।
इधर, बीकेटीसी के सीईओ योगेंद्र सिंह और धाम में मौजूद तीर्थपुरोहित पंडित आनंद शुक्ला ने बताया कि स्वेता सिंह कीर्ति के धाम पहुंचने के बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई। वह, आम श्रद्धालु की तरह धाम पहुंची व दर्शन कर कुछ देर रुकने के बाद वापस को लौट गईं।
अभिषेक कपूर द्वारा लिखित, निर्देशित फिल्म केदारनाथ में सुशांत सिंह राजपूत व सारा अली खान ने अहम भूमिका निभाई थी। जून 2013 की केदारनाथ आपदा पर आधारित इस फिल्म में सुशांत ने एक पिट्ठू (कंडी संचालक) की भूमिका भी निभाई थी। इस फिल्म की शूटिंग त्रियुगीनारायण, केदारनाथ व चोपता में की गई थी। फिल्म का ट्रेलर जारी होने के बाद काफी विरोध हुआ था, जिस कारण इसे कुछ स्थानों पर रिलीज ही नहीं किया गया था।