कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कृषि व उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियों द्वारा कृषि व उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजनाओं तथा आगामी प्रस्तावित योजनाओं के रोड़मैप का प्रस्तुतिकरण दिया गया। विभागीय मंत्री ने विस्तार से योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली और अधिकारियों को प्रस्तावित योजनाओं तथा भविष्य की चुनौतियों के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए प्रदेश के सभी जिलों में केंद्र पोषित योजनाओं का बजट शत प्रतिशत खर्च करने के निर्देश दिए। जनपदों के शत प्रतिशत बजट खर्च न होने पर संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाए। मंत्री ने केंद्र सरकार से लंबित योजनाओं की स्वीकृति के कार्यों को शीघ्रता से किए जाए।

इस दौरान कृषि मंत्री गणेश जोशी ने गेम चेंजर योजनाओं जैसे एप्पल मिशन, मिलेट मिशन, एरोमा, कीवी मिशन,मौन पालन इत्यादि योजनाओं को मिशन मोड़ पर किया जाए। उन्होंने कहा इससे जहां स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्रदान होंगे साथ ही स्थानीय चाय उत्पादकों को उचित मूल्य प्राप्त होगा और चाय उत्पादकों की आय में भी वृद्धि होगी। उन्होंने चाय के उत्पादन को बढ़ाने के प्रयास और चाय के समस्त बागानों को टी टूरिज्म से जोड़ते हुए काश्तकारों की आय बढ़ाने के लिए अधिकारियों को कार्य करने कहा। मंत्री गणेश जोशी ने जैविक खेती की महत्ता व आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए जैविक खेती पर अधिक से अधिक बल दिया जाये। उन्होंने मिलेट्स के उत्पादन उत्पादन बढ़ाने पर भी जोर दिया।

 

विभागीय मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों से यह भी कहा कि मधुमखी पालन की प्रदेश में अपार संभावनाएं हैं, उन्होंने अधिकारियों को सरकार की मौन पालन योजनाओं पर विशेष ध्यान देने और कीवी और एप्पल मिशन में एक बेहतर रणनीति के तहत कार्य करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। मंत्री गणेश जोशी ने खराब हुए फलों को इस्तमाल में लाने के लिए फ्रूट वाइन की दिशा में कार्य और रणनीति बनाने के निर्देश दिए। मंत्री ने सगंध कृषि की ओर भी किसानों को प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को दालचीनी तिमरू, लेमनग्रास को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाय। मंत्री गणेश जोशी ने पुष्प व सब्जी के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक क्लस्टर आधारित पॉलीहाउस की स्थापना की जाए। कृषि मंत्री ने पंतनगर विश्वविद्यालय और भरसार यूनीवर्सिटी को आपसी समन्वय बनाकर अधिक से अधिक शोध कार्य किए जाए ताकि कृषकों इसका लाभ मिल और किसानों की आय में वृद्धि की जा सके।

इस अवसर पर सचिव कृषि डॉ एसएन पांडेय, कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, अपर सचिव आनंद स्वरूप, निदेशक कृषि केसी पाठक, महेंद्र पाल सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।