उत्तराखंड के मुख्य मुद्दों अग्निपथ, अंकिता भंडारी का जिक्र क्यों नहीं कर रहे हैं बीजेपी के स्टार प्रचारक? -गरिमा मेहरा दसौनी

बीजेपी के नामचीन नेता आजकल लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तराखंड पहुंच रहे हैं, ऐसे में स्टार प्रचारकों को आड़े हाथों लेते हुए उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने पीएम मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर कटाक्ष किया है। दसौनी ने कहा की उत्तराखंड का चुनाव मुख्यतः कुछ ज्वलंत बिंदुओं पर लड़ा जा रहा है, जिनमें से दो प्रमुख बिंदु अंकिता भंडारी हत्याकांड और अग्निपथ योजना है। दसौनी ने कहा कि बीजेपी अमूमन अपने आडंबर और प्रचार प्रसार के लिए जानी जाती है । पिछले 10 वर्ष के कार्यकाल में तो यही देखने में आया है कि बीजेपी करती चवन्नी के बराबर तो गाती रुपए के बराबर है। ऐसे में यह बड़ी हतप्रभ करने वाली बात है की खुद के ही द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना के बारे में बीजेपी का कोई भी स्थानीय, प्रादेशिक या राष्ट्रीय नेता बात नहीं करना चाहता। आखिर क्यों?

दसौनी ने कहा कि यह विडंबना नहीं तो और क्या है की एक तरफ तो उम्र के इस पड़ाव में पीएम मोदी 73 वर्ष के हो जाने के बावजूद स्वयं के लिए 5 साल का एक और कार्यकाल मांग रहे हैं वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड जैसे तमाम सैन्य बाहुल्य प्रदेशों में 22 साल के युवा को अग्निपथ योजना के तहत भरी जवानी में रिटायर करके घर भेज दिया जाएगा ।

दसोनी ने कहा कि पिछले 18 महीने से उत्तराखंड बदले की आग में झुलस रहा है। उत्तराखंड के जनमानस को बदला चाहिए ,अपनी 19 वर्षीय बेटी अंकिता भंडारी की निर्मम और बर्बर हत्या का। उत्तराखंड ने अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर राज्य की बीजेपी सरकार से सीबीआई की मांग करी जिसे बहुत ही सुविधाजनक तरीके से अनसुना कर दिया गया इतना ही नहीं अंकिता भंडारी हत्याकांड जिसने पूरे उत्तराखंड को झकझोर कर रख दिया वह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में तक अपनी जगह नहीं बना पाया? आखिर क्यों आज तक वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं किया गया?  बुलडोजर चलाने वाले और आग लगाने वालों को कोई सजा नहीं मिली?  सबूत के साथ छेड़छाड़ की गई?

दसौनी ने कहा की शुरुआत से लेकर आज तक इस मामले में दाल में काला नहीं पूरी दाल ही काली नजर आ रही है। कोई तो है जिसे बीजेपी नेतृत्व बचाने की कोशिश कर रहा है। दसौनी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि बीजेपी की तमाम लीडरशिप की संवेदनाएं मर चुकी है, गरिमा ने कहा की बीजेपी महिला मोर्चा को हेमा मालिनी का दर्द तो बहुत उठ रहा है परंतु अंकिता भंडारी के बारे में आज तक भारतीय जनता पार्टी की किसी महिला ने अपना मौन नहीं तोड़ा। क्यों ?

गरिमा ने कहा की एक तरफ तो बीजेपी स्वयं को शक्ति का उपासक बताती हैं वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड के चुनाव में अभी तक बीजेपी के कई दिग्गज नेता जनसभाओं को संबोधित तो करते हैं पर ना अंकिता और न ही अग्निवीर पर बोलने की हिम्मत कर पा रहे हैं।

दसौनी ने चुनौती देते हुए कहा कि यदि हिम्मत है बीजेपी के स्टार प्रचारकों में तो छाती ठोक कर अग्निवीर योजना को जनसभाओं में देश के लिए हितकारी बताएं और अंकिता भंडारी को सार्वजनिक तौर पर जनसभाओं से श्रद्धांजलि अर्पित करें और बताएं कि आज तक वीआईपी का खुलासा क्यों नहीं हुआ?  रिसोर्ट में हुई दो बार आगजनी का और बुलडोजर चलाने का आदेश देने के जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई हुई?