उत्तराखंड की कवियित्री ने पीएम की लिखी कविताओं का किया गढ़वाली में अनुवाद, साझा भी किया अनुभव

उत्तराखंड की सुजाता डबराल नौडियाल ने पीएम नरेंद्र मोदी की लिखी कविताओं के संग्रह का अनुवाद गढ़वाली में किया। चुनाव प्रभारी दुष्यंत गौतम ने बीते बुधवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय में उनकी इस पुस्तक आंखा यो धन छन का विमोचन भी किया।

 

पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रबुद्ध जन सम्मेलन के दौरान चुनाव प्रभारी दुष्यंत गौतम ने गढ़वाली भाषा में अनुवाद के प्रयोग की सराहना की और कवियित्री को शुभकामनाएं भी दीं। सुजाता ने बताया, उनके पति अरविंद नौडियाल जो ओएनजीसी में वरिष्ठ अधिकारी पद पर हैं उनके साथ गुजरात व मुंबई में थी। उस दौरान उनका परिचय उन लोगों से हुआ जो प्रधानमंत्री मोदी की कविताओं का हिंदी और अन्य भाषाओं में अनुवाद कर रहे थे।

 

तब उनके मन में इन कविताओं का गढ़वाली में अनुवाद करने का विचार भी आया। अब तक कुमाऊंनी, नेपाली, मराठी और पंजाबी सहित भारत की लगभग 25 भाषाओं में इस पुस्तक का अनुवाद भी हो चुका है। सुजाता डबराल नौडियाल पौड़ी जिले के तिमली गांव की ही रहने वाली हैं।