आग की ऊंची लपटें : नैनीताल के जंगलों में आग का तांडव, चारों तरफ धुआं ही धुआं

नलेना-ज्योलिकोट निरीक्षण भवन मोटर मार्ग के मध्य बीते रविवार रात करीब 8 बजे वन क्षेत्र में आग लग गई। देखते-देखते आग की ऊंची लपटें भी उठने लगी। आसपास के आबादी क्षेत्र के लोगों को खतरा महसूस होने लगा तो उन्होंने वन विभाग व 112 को सूचना दी गई। सूचना पर वन विभाग का दल मौके पर पहुंचा और आग बुझाने में भी जुट गया।

 

इधर, नैनीताल से अग्निशमन वाहन भी पूरे दल बल के साथ मौके के लिए रवाना हो गया। लेकिन निरीक्षण भवन मोटर मार्ग पर निर्माणाधीन कलवर्ट में उक्त वाहन का अगला हिस्सा धंसने से वाहन वही फंस गया। काफी कोशिशों के बाद वाहन नहीं निकल पाया। समाचार लिखे जाने तक वाहन को निकालने की कोशिश भी की जा रही थी। उधर, वन कर्मी आग पर काबू पाने के लिए भी जुटे थे।

 

इधर बेतालघाट ब्लॉक के जोग्याड़ी से लगे जंगल में बीते रविवार की दोपहर अचानक आग लगने से वन संपदा को भी नुकसान पहुंचा हैं। वहीं तेज हवाओं के चलने से आग तेजी से जंगल में भी फैल गई। इधर पीपलचौड़ से लगे जंगल में भी देर शाम तक आग लगी ही रही। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से जंगल में आग लगाने वालों से कार्रवाई की भी मांग की है।

 

वनाग्नि को लेकर भी किया जागरूक: रामनगर। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की ओर से सीमावर्ती गांवों में जन जागरूकता अभियान के तहत बिजरानी रेंज के अंतर्गत आमडंडा खत्तावासियों और स्कूली बच्चों को वन और वन्यजीव संरक्षण व मानव वन्यजीव संघर्ष के न्यूनीकरण करने को जागरूक किया गया। यहां वन दरोगा नवीन चंद्र पपनै, वन आरक्षी मोहन उप्रेती, चिंताराम और गोविंद राम आदि रहे।

 

हल्द्वानी। 24 घंटे में वनाग्नि की घटनाओं में भी कमी आई है। संबंधित अवधि में प्रदेश के जंगलों में 5 जगह आग लगने की घटना की रिपोर्ट हुई है। यह सभी घटनाएं कुमाऊं मंडल में ही हुई हैं। वनाग्नि से 16 हेक्टेअर क्षेत्रफल में वन संपदा को नुकसान भी पहुंचा है। 13 अप्रैल को जंगल में वनाग्नि की 25 घटनाएं की रिपोर्ट हुई थीं।