आगामी यात्रा सीजन में भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी जल्द ही अब मोबाइल की घंटी बजेगी।

आगामी यात्रा सीजन में भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी जल्द ही अब मोबाइल की घंटी बजेगी। इसके लिए भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) नेलांग व जादूंग में मोबाइल टॉवर लगा रहा है। बीएसएनएल के अधिकारियों का कहना कि नेलांग में टॉवर लगाने का करीब 70 प्रतिशत कार्य भी पूरा हो चुका है। वहीं जादूंग में प्रथम चरण भी शुरू कर दिया गया है।

 

आगामी चारधाम यात्रा सीजन के दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमा के नेलांग व जादूंग गांवों में मोबाइल की घंटी बज जाएगी। इसके साथ ही भटवाड़ी विकासखंड के सबसे दूरस्थ जौड़ाव व सिल्ला सहित धौंतरी क्षेत्र के उलण गांव में भी 2 महीने से 3 महीने के भीतर मोबाइल के सिग्नल मिलने लगेंगे। यह दूरस्थ गांव सड़क मार्ग से 10 किमी से 12 किमी की दूरी पर हैं। जहां पर अभी सड़क और संचार जैसी मूलभूत सुविधाएं भी शुरू नहीं हो पाई हैं। इन सभी गांवों में मोबाइल सेवा देने के लिए टॉवर लगने के दूसरे चरण का कार्य भी चल रहा है।

 

नेलांग व जादूंग गांव को दोबारा बसाने के लिए केंद्र सरकार वाइब्रेंट योजना के तहत भी कार्य कर रही है। जो कि सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण भी होगा। यात्रा सीजन में नेलांग क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा भी मिलेगा। वहीं टॉवर लग जाने से नीला पानी, गरतांग गली, नागा, जनकताल ट्रैक तक सिग्नल मिलने लगेंगे और लोग मोबाइल पर बात भी कर सकेंगे। इसका फायदा सेना सहित गंगोत्री नेशनल पार्क के कर्मचारियों को मिलेगा। कोई घटना होने पर आसानी से इसकी सूचना मुख्यालय और अपने साथियों को भी दी जा सकेगी।

 

एसडीओ बीएसएनएल अनिल कुमार ने कहा नेलांग में मोबाइल टॉवर लगाने के लिए पुटिंग का कार्य भी पूर्ण हो चुका है। ऊंचाई के कारण अभी वहां पर बर्फ भी जमा है। बर्फ कम होते ही टॉवर खड़ा भी कर दिया जाएगा। इस यात्रा सीजन तक नेलांग में मोबाइल टॉवर की सेवा को शुरू कर दी जाएगी। नेलांग सहित जादूंग और जौड़ाव आदि क्षेत्रों में मोबाइल टॉवर लगाने के लिए निजी कंपनी को कार्यदायी संस्था भी बनाया गया है। सभी स्थानों पर एक-एक नाली भूमि उपलब्ध भी करवाई गई है।